नई दिल्ली/नोएडा : गौतमबुद्ध नगर में 34 साल बाद रामलीला का मंचन नहीं हो रहा. जिला की सबसे पुरानी रामलीला समिति के महासचिव संजय बाली ने बताया कि विजयदशमी के दिन जिला प्रशासन से अनुमति लेकर सांकेतिक रूप से 10 से 15 फीट का रावण दहन किया जाएगा. नोएडा स्टेडियम में भव्य रामलीला का आयोजन श्री सनातम धर्म रामलीला की तरफ से किया जाता रहा है, लेकिन कोविड संक्रमण को देखते हुए इस बार मंचन नहीं किया गया है.
विजयदशमी के दिन पुतला दहन
विजयदशमी के दिन 150-200 लोगों की अनुमति जिला प्रशासन से मांगी है. अनुमति के बाद सांकेतिक तौर पर रावण का पुतला दहन किया जाएगा. भव्य कार्यक्रम की जगह छोटा कार्यक्रम किया जाएगा और शहर के गणमान्य और प्रबुद्ध लोगों को बुलाया जाएगा. 15 से 20 फिट के रावण का दहन किया जाएगा और अच्छाई की जीत का संदेश दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि 25 अक्टूबर को रावण दहन किया जाएगा. शाम 5:30 से 7 बजे के बीच कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. श्री राम लीला सनातन धर्म समिति पिछले 33 वर्षों से लगातार रामलीला का मंचन कर रही थी, लेकिन इस बार मंचन नहीं होगा. कोरोना काल के चलते रामलीला का मंचन नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कि 100 से 150 लोगों को रामलीला मंचन की अनुमति दी गई है, लेकिन नोएडा स्टेडियम में भव्य रामलीला का आयोजन किया जाता है. इसमें लाखों लोग रामलीला का मंचन देखने पहुंचते हैं. ऐसे में संक्रमण को देखते हुए इस बार रामलीला का मंचन नहीं किया जा रहा है.
सूना पड़ा स्टेडियम
नोएडा सेक्टर 21 स्टेडियम में रामलीला का मंचन किया जाता रहा है. चकाचौंध और रामलीला का मंचन देखने रोजाना हजारों की संख्या में लोग पहुंचते थे. आसपास के जिलों से लोग भव्य कार्यक्रम का लुत्फ उठाने बच्चों को झूला झुलाने के लिए या पहुंचा करते थे, लेकिन इस बार उसी स्टेडियम में सन्नाटा पसरा हुआ है. नवरात्र के पहले दिन भूमि पूजन किया गया, जिसमें तकरीबन 10 लोग शामिल हुए.