नई दिल्ली/नोएडाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोएडा के सेक्टर 39 में बने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर प्रीवेंशन एंड रिसर्च (एनआईसीपीआर) में टेस्टिंग लैब का उद्घाटन किया. एनआईसीपीआर में बनी लैब की क्षमता 6 हजार टेस्टिंग सैम्पल की है. एनआईसीपीआर में बनी लैब यूपी की सबसे बड़ी लैब है.
कोरोना टेस्टिंग लैब बनने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को फायदा मिलेगा. लगातार सरकारें टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दे रही हैं, ताकी कोरोना की रोकथाम प्रभावी रूप से की जा सके. उद्घाटन के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मौजूद रहे.
6 हजार है टेस्टिंग की क्षमता
राष्ट्रीय कैंसर रोकथाम एवं शोध संस्थान में बनी लैब अति अत्याधुनिक होगी. एनआईसीपीआर के डायरेक्टर शालिनी सिंह ने बताया कि यह अत्याधुनिक लैब है. यह एक दिन में 6 हजार जांच की रिपोर्ट सौंप सकती है. लैब अपनी रिपोर्ट ऑनलाइन मुहैया कराएगा. शुरुआती दौर में 20 लोगों का स्टाफ तैनात किया गया है. डायरेक्टर ने बताया कि बायोसेफ्टी लेवल 2 हाईटेक लैब की शुरुआत कल से हो जाएगी.
एनआईसीपीआर ने तैयार की लैब
नोएडा में टेस्टिंग लैब की शुरुआत होने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को इसका फायदा मिलेगा. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने देश में तीन लैब बनाई है. वर्तमान में नोएडा में तीन आईसीएमआर सर्टिफाइड लैब काम कर रही है. सेक्टर 62 में एनआईबी, ग्रेटर नोएडा जीआईएमएस, सेक्टर 30 चाइल्ड पीजीआई में जांच की जा रही है.