नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा के विनायक हॉस्पिटल में सिर्फ 1 से डेढ़ घंटे की ऑक्सीजन बची हैं. विनायक हॉस्पिटल एक नॉन-कोविड हॉस्पिटल है, जिसमें तकरीबन 50 मरीजों का इलाज चल रहा है और 30 से ज्यादा मरीजों का हालत क्रिटिकल हैं जो ऑक्सीजन पर है.
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विनायक हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट निलेश कुमार ने कहा कि अस्पताल के पास में एक से डेढ़ घंटे की ऑक्सीजन बची हुई है. उन्होंने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इस बारे में अवगत करा दिया है. लेकिन अभी तक उनकी तरफ से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है. ऐसे में अगर किसी भी तरीके की हताहत की स्थिति बनती है तो उसकी जिम्मेदारी वह नहीं लेते हैं.
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ऑक्सीजन की आस में अस्पताल
विनायक अस्पताल के प्रशासन ने पूरी तरीके से हाथ खड़े कर दिए हैं. उन्होंने कहा है कि अगर स्थिति गड़बड़ाती है, तोड़फोड़ होती है या किसी मरीज की जान जाती है, तो उसकी जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन की नहीं होगी. अस्पताल प्रशासन लगातार, जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग के आगे हाथ फैलाए, लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली है.