नई दिल्ली/नोएडा: कम्युनिटी रिपोर्टिंग में नोएडा सेक्टर 71 के लोगों ने अपने सेक्टर की प्रमुख समस्याओं को रखा. सेक्टरवासियों ने नोएडा अथॉरिटी से अपील करते हुए समस्याओं के निवारण की बात कही. सेक्टर 71 साल 1999 में बना और साल 2000 से लोगों को पजेशन मिला. सेक्टर में तकरीबन 30-35 हज़ार की आबादी रहती है.
'जस की तस है शॉर्ट-सर्किट की समस्या'
सेक्टर 71 के शिवशक्ति अपार्टमेंट के पूर्व अध्यक्ष जगदीश ने बताया कि 20 साल पहले ये फ्लैट्स बने थे. नोएडा प्राधिकरण ने खुले बिजली के तारों में रबरिंग की थी. लेकिन 20 सालों बाद बिजली की तारों की हालत जर्जर हो गई है. आए दिन शॉर्ट-सर्किट की घटनाएं होती रहती हैं.
आधी रात को भी ऐसी घटनाएं घट जाती हैं और बिजली विभाग कहता है कि स्टाफ की कमी है. हमारी ओर से कई बार शिकायत की गई लेकिन समस्या का अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है. सोसाइटी में कई बार हादसे हो चुके हैं. कई लोग तो करंट की चपेट में भी आ चुके हैं.
'जर्जर हालत में हैं इमारतें'
सोसायटी के रमन शर्मा ने बताया कि यहां की इमारतें जर्जर हालत में है. बारिश के मौसम में तो हालात बद से बदतर हो जाते हैं. प्लास्टर उखड़-उखड़ के गिरने लगता है. उन्होंने नोएडा अथॉरिटी से अपील करते हुए कहा कि जल्द इन जर्जर इमारतों में सुधार किया जाए ताकि कोई बड़ा हादसा न हो.
उन्होंने बताया कि सेक्टर 71 के शिव शक्ति अपार्टमेंट में तकरीबन 5 हजार लोग रहते हैं और 1680 फ्लैट्स हैं.
'पानी में सीवर वॉटर की आती है बदबू'
सेक्टर 71 के शिव शक्ति अपार्टमेंट के पूरन सिंह ने बताया कि वह पिछले 16 सालों से सोसाइटी में रह रहे हैं. सोसाइटी में गंदा पानी आनी की आम समस्या है. महीने में एक से दो बार तो ऐसा हो ही जाता है कि गंगाजल पानी के साथ सीवर का पानी मिक्स होकर आ जाता है.
ऐसे में काफी दिक्कत होती है. आलम तो ऐसा हो जाता है कि उस पानी से न तो नहाया जा सकता है और न ही बर्तन धोए जा सकते हैं. कई बार इसको लेकर शिकायत की गई. कई बार सुधार भी हुआ लेकिन सालों से हालत वही बनी हुई है.
'साफ-सफाई नहीं दिया जाता कोई ध्यान'
सेक्टरवासियों ने सोसायटी की साफ-सफाई पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि बढ़ी हुई घास को लेकर अथॉरिटी की ओर से क्या किया गया. सेक्टर 71 के निवासी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि पिछले 2 महीने पहले घटना घटी थी. उसमें एक सांप ने एक बच्चे को काट लिया था और हादसे में उसकी मौत हो गई थी. इसको लेकर प्राधिकरण को इत्तला भी की गई थी. लेकिन अभी तक किसी भी तरह का कोई एक्शन नहीं लिया गया है.