नई दिल्ली/नोएडा : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नोएडा सेक्टर-93 ए स्थित ट्विन टावर को 28 अगस्त को ध्वस्त कर दिया गया है. पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर ने मंगलवार को ट्विन टावर को गिराने वाली कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग को ध्वस्तीकरण के दौरान पुलिस द्वारा की तरफ से दी जाने वाली सेवाओं के लिए 64 लाख 12 हजार आठ सौ 2 रुपए का भुगतान करने का पत्र भेजा है. कंपनी की तरफ से अभी तक किसी पत्र के मिलने के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
कमिश्नरी की तरफ से पैसे का भुगतान करने के लिए पत्र पुलिस उपायुक्त मुख्यालय द्वारा भेजा गया है. डीसीपी (मुख्यालय) राम बदन सिंह ने पत्र जारी किया है. पत्र के अनुसार, ट्विन टावर ध्वस्तीकरण के दौरान पुलिस की सेवाएं, पेट्रोलिंग और एस्कॉर्ट सहयोग करने का अनुरोध कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग ने 12 अगस्त को किया था. पुलिस की कई टीमों ने ब्लास्ट के समय साइट का घेरा बनाया, सुरक्षा प्रदान की थी. हरियाणा के पलवल से लगभग 100 किमी दूर विस्फोटकों को लेकर आने वाली वैन को भी एस्कॉर्ट किया. इन सेवाओं के लिए 64 लाख 12 हजार आठ सौ 2 रुपए का भुगतान करने को कहा गया है. वहीं, कुछ और हफ्तों तक ध्वस्तीकरण स्थल पर पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. एमराल्ड कोर्ट के बाहर छोटे से हिस्से में करीब 20 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. पत्र डीसीपी मुख्यालय द्वारा एडिफिस इंजीनियरिंग कंपनी के पार्टनर उत्कर्ष मेहता के नाम भेजा गया है.
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डीसीपी मुख्यालय राम बदन सिंह ने बताया कि हमारे अधिकारी इस मामले में एडिफिस टीम के संपर्क में हैं. बकाया चुकाने के लिए कोई समय सीमा नहीं है, लेकिन हमें उम्मीद है कि यह जल्द से जल्द भुकतान किया जाएगा. वहीं, एडिफिस इंजीनियरिंग की ओर अभी तक किसी पत्र के मिलने के बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही गई है.
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