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सूरत अग्निकांड के बाद जागा नोएडा फायर सर्विस विभाग, उठाए सख्त कदम - Coaching Center

फायर विभाग के अधिकारियों ने सभी कोचिंग सेंटरों को 10 दिन का वक्त दिया है. अगर 10 दिन में मानक पूरे नहीं होते उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

नोएडा फायर सर्विस
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Published : May 26, 2019, 3:20 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: गुजरात के सूरत में कोचिंग सेंटर में आग लगने से हुई 21 बच्चों की मौत के बाद नोएडा का फायर विभाग भी सतर्क हो गया है. हादसे के बाद फायर विभाग ने शहर में स्थित तमाम कोचिंग सेंटरों की जांच की.

दिया 10 दिन का अल्टीमेटम
जांच में किसी भी कोचिंग सेंटर में फायर सुरक्षा से संबंधित किसी भी तरह के के मानक पूरे नहीं पाए गए. फायर विभाग के अधिकारियों द्वारा सभी कोचिंग सेंटरों को 10 दिन का वक्त दिया है. अगर 10 दिन में मानक पूरे नहीं होते तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

नोएडा फायर सर्विस ने कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण किया

कोचिंग में नियमों की अनदेखी
नोएडा के सेक्टर-18 स्थित हाइराइज बिल्डिंग में तमाम कोचिंग सेंटर चलते हैं. जिसमें सुबह से शाम तक सैकड़ों बच्चे पढ़ाई करते हैं. जब नोएडा के फायर विभाग ने इन कोचिंग सेंटरों की जांच की तो कोई भी सेंटर ऐसा नहीं मिला जहां फायर सेफ्टी को लेकर मानक पूरे किए गए हों.

बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़
जांच के दौरान पता चला कि किसी भी सेंटर में ऐसी व्यवस्था नहीं थी कि जिससे आग लगने की कोई घटना होने पर मौजूद बच्चे सुरक्षित बाहर आ सकें. फिलहाल जांच के बाद फायर विभाग ने सभी कोचिंग सेंटरों को 10 दिन का वक्त दिया है, ताकि वह फायर सेफ्टी से संबंधित सारे मानक पूरे कर लें.

की जाएगी दंडात्मक कार्रवाई
अधिकारियों का कहना है कि अगर 10 दिन के बाद भी कोचिंग सेंटरों ने मानकों का खयाल नहीं रखा तो फायर सेफ्टी अधिनियम के तहत इन सभी कोचिंग सेंटरों पर कार्रवाई की जाएगी.

नई दिल्ली/नोएडा: गुजरात के सूरत में कोचिंग सेंटर में आग लगने से हुई 21 बच्चों की मौत के बाद नोएडा का फायर विभाग भी सतर्क हो गया है. हादसे के बाद फायर विभाग ने शहर में स्थित तमाम कोचिंग सेंटरों की जांच की.

दिया 10 दिन का अल्टीमेटम
जांच में किसी भी कोचिंग सेंटर में फायर सुरक्षा से संबंधित किसी भी तरह के के मानक पूरे नहीं पाए गए. फायर विभाग के अधिकारियों द्वारा सभी कोचिंग सेंटरों को 10 दिन का वक्त दिया है. अगर 10 दिन में मानक पूरे नहीं होते तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

नोएडा फायर सर्विस ने कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण किया

कोचिंग में नियमों की अनदेखी
नोएडा के सेक्टर-18 स्थित हाइराइज बिल्डिंग में तमाम कोचिंग सेंटर चलते हैं. जिसमें सुबह से शाम तक सैकड़ों बच्चे पढ़ाई करते हैं. जब नोएडा के फायर विभाग ने इन कोचिंग सेंटरों की जांच की तो कोई भी सेंटर ऐसा नहीं मिला जहां फायर सेफ्टी को लेकर मानक पूरे किए गए हों.

बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़
जांच के दौरान पता चला कि किसी भी सेंटर में ऐसी व्यवस्था नहीं थी कि जिससे आग लगने की कोई घटना होने पर मौजूद बच्चे सुरक्षित बाहर आ सकें. फिलहाल जांच के बाद फायर विभाग ने सभी कोचिंग सेंटरों को 10 दिन का वक्त दिया है, ताकि वह फायर सेफ्टी से संबंधित सारे मानक पूरे कर लें.

की जाएगी दंडात्मक कार्रवाई
अधिकारियों का कहना है कि अगर 10 दिन के बाद भी कोचिंग सेंटरों ने मानकों का खयाल नहीं रखा तो फायर सेफ्टी अधिनियम के तहत इन सभी कोचिंग सेंटरों पर कार्रवाई की जाएगी.

 गुजरात के सूरत में कोचिंग सेंटर में आग लगने से हुई 21 लोगों की मौत के बाद नोएडा का फायर विभाग भी नींद से जाग गया है।हादसे के बाद फायर विभाग ने शहर में स्थित तमाम कोचिंग सेंटरों की जांच की ,जांच में किसी भी कोचिंग सेंटर में फायर सुरक्षा से संबंधित किसी भी तरह के के मानक पूरे नहीं पाए गए ,फायर विभाग के अधिकारियों द्वारा सभी कोचिंग सेंटरों को 10 दिन का वक्त दिया है। अगर 10 दिन में मानक पूरे नहीं होते उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या हादसे के बाद ही विभाग की जांच शुरू होती है ,अगर इस तरह की जांच समय समय पर की जाए तो शायद ऐसे हादसे न हो।

 नोएडा के सेक्टर 18 स्थित इन हाइराइज बिल्डिंग में तमाम कोचिंग सेंटर चलते हैं ,जिसमें सुबह से शाम सैकड़ों बच्चे पढ़ाई करते हैं ,जब नोएडा के फायर विभाग द्वारा इन कोचिंग सेंटरों की जांच की गई तो कोई भी सेंटर ऐसा नहीं मिला, जहां फायर सेफ्टी को लेकर मानक पूरे की गए हैं ,हाल ही में सूरत में हुए हादसे के बाद नोएडा के फायर विभाग ने तमाम कोचिंग सेंटरों की जांच की जांच के दौरान पता चला कि किसी भी सेंटर में ऐसी व्यवस्था नहीं थी कि अगर आग लगने की कोई घटना हो तो वहां पर मौजूद बच्चे सुरक्षित बाहर आ सके ,फिलहाल जांच के बाद फायर विभाग ने सभी कोचिंग सेंटरों को 10 दिन का वक्त दिया है, ताकि वह फायर सेफ्टी से संबंधित सारे मानक पूरे कर ले,विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर 10 दिन के बाद भी कोचिंग सेंटरों द्वारा पूरे नहीं किए जाते हैं ,तो फायर सेफ्टी अधिनियम के तहत इन सभी कोचिंग सेंटरों पर कार्रवाई की जाएगी ,आपको बता दें कि नोएडा में तमाम सेक्टरों में कोचिंग सेंटर चल रहे हैं ,जिसमें सैकड़ों बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं ,ऐसे में सवाल ये उठता है कि सूरत में हुए हादसे के बाद ही विभाग की नींद क्यों खुली, क्या फायर विभाग की जिम्मेदारी नहीं बनती कि वह समय समय में इस तरह की हाई राइज बिल्डिंग में बने कोचिंग सेंटर और अन्य ऑफिसों की जांच करें कि उनमें फायर सेफ्टी के मानक पूरे हैं या नहीं।

बाइट-- अरुण कुमार सिंह (चीफ़ फायर ऑफिसर)


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