नई दिल्ली/नोएडा: स्टांप में लगातार हो रही धांधली को देखते हुए प्रदेश सरकार ने ई-स्टांप की व्यवस्था लागू की है. इसके साथ ही गौतमबुद्ध नगर निबंधन विभाग ने भी ई-स्टांप व्यवस्था लागू कर दिया है. जिले के स्टांप वेंडर्स को ट्रेनिंग भी दी गई, ताकि स्टांप वेंडर बेरोजगार न हो जाए. ऑनलाइन व्यवस्था शुरू होने से मॉनिटरिंग भी सख्त हो जाएगी. साथ ही स्टांप में गड़बड़ी करने वालों पर नकेल कसी जाएगी.
परंपरागत स्टांप प्रथा को खत्म कर स्टांप वेंडर्स को लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं. गौतमबुद्ध नगर AIG स्टांप एसके त्रिपाठी ने बताया कि फिजिकल ई-स्टांप में धांधली की शिकायत मिलती थी. ऐसे में फर्जी स्टांप के प्रचलन पर प्रतिबंध लगाने के लिए ऑनलाइन स्टांप की व्यवस्था शुरू की गई है. ऑनलाइन स्टांप शुरू होने से आम जनता को फायदा होगा.
स्टांप वेंडर्स को दी गई ट्रेनिंग
स्टांप की मूल सीमा शासन ने समाप्त कर दी है, ऐसे में 10 रुपये से लेकर किसी भी मूल्य के स्टांप की व्यवस्था की गई है. मिली जानकारी के मुताबिक स्टांप वेंडर्स बेरोजगार ना हो इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी वेंडर्स को ऑनलाइन स्टांप की ट्रेनिंग भी दी गई है.
नोएडा में 73, ग्रेटर नोएडा में 40, दादरी में 9 और जेवर में 8 वेंडर्स को लाइसेंस जारी किया गया है. इनमें से केवल 58 द्वारा ही स्टांप जारी किया जा रहा है, वहीं इस पर जिलाधिकारी ने कंपनी के निबंधन विभाग को जागरूक करने के लिए कहा है.