नई दिल्ली/नोएडाः ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना क्षेत्र में बुधवार शाम को एक व्यापारी का ड्राइवर उसकी क्रेटा गाड़ी में रखे 18 लाख रुपये लेकर फरार हो गया. ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस से नीचे आने के बाद, व्यापारी टॉयलेट करने के उतरा था तभी ड्राइवर गाड़ी को लेकर भाग गया. व्यापारी ने इसकी सूचना पुलिस काे दी. दो टीम आरोपी ड्राइवर की तलाश में जुट गई. गुरुवार को पुलिस ने इस पूरे प्रकरण का खुलासा करते हुए आरोपी ड्राइवर और उसके रिश्तेदारों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इनके कब्जे से 81 लाख 60 हज़ार रुपये बरामद किए हैं.
दिल्ली के रहने वाले संजीव अग्रवाल अपनी क्रेटा कार से ड्राइवर सोनू के साथ बुधवार को दिल्ली से अनूपशहर फैक्ट्री जा रहे थे. दादरी थाना क्षेत्र के ईस्टर्न पेरीफेरल से उतर कर लुहार्ली टोल की तरफ मुड़े थे तभी संजीव अग्रवाल ने ड्राइवर से गाड़ी साइड करने काे बाेला. गाड़ी रुकने पर वाे लघुशंका के लिए गये. संजीव अग्रवाल जैसे ही लघुशंका करने लगे तभी सोनू क्रेटा कार लेकर फरार हाे गया. इसके तुरंत बाद संजीव अग्रवाल ने इसकी सूचना दादरी पुलिस को दी. सूचना के बाद थाना दादरी पुलिस ने मौके पर जाकर मुआयना किया. व्यापारी ने इस दौरान अपने ड्राइवर द्वारा 18 लाख रुपए ले जाने की शिकायत दी. पुलिस द्वारा तहरीर प्राप्त कर मुकदमा दर्ज किया गया. आरोपी काे गिरफ्तार करने के लिए टीम गठित कर दी गयी.
![बरामद रुपये.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/del-gbn-01-police-khulasa-vis-dl10007_07072022174635_0707f_1657196195_786.jpg)
पुलिस की टीम आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी तभी मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि आरोपी ड्राइवर सोनू क्रेटा कार से अपने रिश्तेदारों के साथ मथुरा में है. वहां से वह कहीं और जाने की फिराक में है. जिसके बाद दादरी पुलिस ने मथुरा के सूर्यनगर कॉलोनी से सोनू, उसकी पत्नी, बहनाेई और उसकी बहन को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इन लोगों की गिरफ्तारी के दौरान क्रेटा कार से 81 लाख 60 हज़ार रुपये बरामद किए. व्यापारी ने केवल 18 लाख रुपए गायब हाेने की ही शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने लैपटॉप और अन्य कागजात भी बरामद किए. पुलिस का कहना है कि व्यापारी ने कम कैश क्यों बताये इसके बारे में भी पूछताछ की जाएगी.
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ग्रेटर नोएडा की डीसीपी मीनाक्षी कात्यान ने बताया कि आरोपी ड्राइवर सोनू, उसकी पत्नी, बहनोई और उसकी बहन उत्तम नगर में एक किराए के मकान में रहते थे. ड्राइवर सोनू पिछले 4 वर्षों से संजीव अग्रवाल के पास ही काम कर रहा था. वह मूल रूप से फर्रुखाबाद का रहने वाला है. संजीव अग्रवाल दिल्ली के रहने वाले हैं और उनकी अनूपशहर में फैक्ट्री है. जहां पर उनका आना-जाना रहता था. उन्हें सोनू कई बार फैक्ट्री लेकर गया है. सोनू ने अपने घरवालों को बताया कि उसका मालिक दिल्ली से अनूपशहर के लिए भारी कैश लेकर जायेगा और वो पूरा पैसा लेकर आ जाएगा. फिर उसके बाद हम लोग किसी दूसरे प्रदेश में चले जाएंगे. जिसके बाद इन लोगों को लालच आया और इन लोगों ने इस पूरी घटना की योजना बना ली. व्यापारी के साथ हुई इस घटना का महज 12 घंटे में सफल खुलासा करने पर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने पूरी टीम की प्रशंसा की और 50 हज़ार का इनाम देने की घोषणा की.
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