नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में बड़े बकायदारों के खिलाफ नोएडा प्राधिकरण सख़्त दिखाई दे रहा है. प्राधिकरण आर्थिक स्थिति सुधारने में जुटा है. बड़े बकायदारों को बार-बार नोटिस और रिमाइंडर जारी किया जा रहा है.
कुछ बकायेदार प्राधिकरण के खाते में पैसे नहीं जमा कर रहे हैं. अधिकारियों ने उनसे बकाया रकम वसूलने करने के लिए आरसी जारी करना शुरू कर दिया है.
सीईओ रितु माहेश्वरी के निर्देश पर एक महीने में 800 करोड़ रुपये की आरसी जारी की जा चुकी हैं.
बकाया हैं 16,500 करोड़ रुपये
विभागीय संपत्ति के आवंटियों पर प्राधिकरण का कई हजार करोड़ पैसा बकाया है. इसमें सबसे ज्यादा बकायेदार ग्रुप हाउसिंग के हैं. उन पर प्राधिकरण का 16,500 करोड़ रुपये का बकाया है.
इसके अलावा सामान्य प्रशासन की ओर से लीज डीड पर दी गई हैं उनमें कुछ परिसंपत्तियां शामिल हैं. इसमें बैंक, पेट्रोल पंप, प्लेटफार्म, दुकान समेत कई संपत्तियाँ हैं.
बैंक के खिलाफ प्राधिकरण मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने आवंटन निरस्त कर आरसी जारी करने की प्रक्रिया को पिछले दिनों से शुरू कर दिया है. इसमें सेक्टर 16 स्थित केनरा बैंक, विजया बैंक और सेक्टर 2 एसबीआई की शाखा शामिल हैं.
66 बड़े बिल्डरों के खिलाफ जारी हुईं आरसी
इंडस्ट्रियल प्लॉट के आवंटन निरस्त करने के अलावा कई के खिलाफ आरसी जारी की गई. इसी तरह से एक महीने में कुल 800 करोड़ रूपये की आरसी जारी हुई है.
आने वाले वक्त में कई और ग्रुप हाउसिंग के बिल्डरों के खिलाफ आरसी जारी की जाएगी. हाल ही में प्राधिकरण ने 66 बड़े बिल्डरों को आरसी जारी की हैं. जिनमें बड़े बकायेदारों की सूची शामिल है.