नई दिल्ली/नोएडा: महिलाओं के लिए शहर और (noida police dcp office no toilet for women) गांव में शौचालय होना ना केवल स्वच्छता बल्कि स्वास्थ्य और शिक्षा का भी मसला है. समय-समय पर प्रधानमंत्री सहित देश के कई बड़े नेता-राजनेता अपने भाषणों में महिलाओं के लिए शौचालय की सुविधा देने की बात करते रहते हैं, लेकिन इससे बिल्कुल उलट तस्वीर नोएडा सेक्टर-6 स्थित डीसीपी और एसीपी कार्यालय की है, जहां महिलाओं व महिला पुलिसकर्मियों के लिए शौचालय की सुविधा नहीं है, जिसके चलते महिला पुलिसकर्मी पुरुष शौचालय का उपयोग करने को मजबूर हैं.
सेक्टर-स्थित एसीपी जोन प्रथम और डीसीपी जोन प्रथम का कार्यालय में करीब एक दर्जन से अधिक पुरुष पुलिसकर्मी (noida police acp office washroom for women ) तैनात हैं. वहीं, करीब आधा दर्जन के आसपास महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद हैं. साथ ही यहां न्यायालय विशेष मजिस्ट्रेट कार्यालय भी (no women toilet in dcp office ) स्थित है, जहां करीब 6 थानों से काफी संख्या में धारा 151 से संबंधित मुलजिम आते हैं. ऐसे में एक भी महिला शौचालय ना होने के चलते महिला मुलजिमों और महिला पुलिसकर्मियों को पुरुष शौचालय के लिए इस्तमाल करना पड़ता है.
ये भी पढ़ें: नोएडा: तीन साल पहले खंडहर हो चुके सार्वजनिक शौचालय, देखिए हालात
महिला पुलिसकर्मियों का कहना है कि शौचालय ना होने के चलते काफी परेशानी होाती है. इसको लेकर किसी से कोई शिकायत करने का कोई लाभ नहीं है क्योंकि यहां कोई सुनने वाला नहीं है. उनका कहना है कि यह समस्या काफी लंबे समय से चली आ रही है, बावजूद इसके इस पर कोई ध्यान देने वाला नहीं है.
गौरतलब है कि सेक्टर छह स्थित पुलिस अधिकारियों के कार्यालय में एसीपी प्रथम नोएडा खुद एक महिला है, इसके बाद भी इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप