नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सोमवार को विधानमंडल के बजट सत्र में भारी-भरकम बजट पेश किया. सरकार ने करीब 5 लाख 70 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया. बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर, रोड, AIIMS, अस्पताल, शिक्षा, जल सहित सभी मुख्य बिंदुओं को सौगात दी गई. MSME छोटे उद्योगों के लिए बजट में कुछ खास देखने को नहीं मिला. MSME सेक्टर के उद्योगपति ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बजट की तारीफ की, लेकिन छोटे उद्योगपतियों ने निराशा जताई और कहा कि उन्हें बहुत उम्मीद थी, लेकिन सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया.
MSME सेक्टर निराश
नोएडा लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) सेक्टर के महामंत्री पीएस सोलंकी ने बताया कि बजट में उत्तर प्रदेश के विकास को रफ्तार दी गई है, लेकिन छोटे उद्यमियों के लिए कुछ खास नहीं किया गया है. छोटे उद्यमियों को यूपी के आखिरी बजट से कई उम्मीदें थीं, लेकिन आखरी में निराशा हाथ लगी है. एमएसएमई सेक्टर की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया है और MSME सेक्टर पूरी तरह निराश है.
वित्तमंत्री को पत्र लिखकर की थी ये मांग
एमएसएमई सेक्टर के पदाधिकारी सचिन राणा ने बताया कि बजट पेश होने से पहले एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री को पत्र लिख कई मुख्य मांगों की ओर ध्यान आकर्षित किया था. इसमें विशेष रूप से छोटे और लघु उद्यमियों के लिए एमएसएमई सेक्टर विकसित कर सस्ती दरों पर भूखंड आवंटन की बात कही गई थी. उन्होंने कहा कि छोटे व्यापारी उद्यमियों के लिए बजट में कुछ भी सौगात नहीं दी गई है.
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MSME सेक्टर नजरअंदाज
एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के पदाधिकारियों में निराशा है और उनका मानना है कि बजट में एमएसएमई सेक्टर के लिए कोई भी सौगात नहीं दी गई है और एक बार फिर से सेक्टर को नजरअंदाज किया गया है.