नई दिल्ली/नोएडा: ऑनलाइन पोर्टल बनाकर 3700 करोड़ की ठगी करने वाले आरोपी अभिनव मित्तल को लखनऊ पुलिस ने VIP ट्रीटमेंट देकर अपने लिए मुसीबत पैदा कर ली है. मंगलवार को लखनऊ पुलिस मित्तल को फरीदबादा कोर्ट में पेशी के लिए लेकर आई लेकिन इस दौरान पुलिस ने उसे रुक कर खाना खिलाया. मित्तल की खातिरदारी करने वाले 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
जिस वक्त मित्तल को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया गया. उसके बाद एक वीडियो वायरल होता दिखा. जिसने सभी को चौंका दिया. मित्तल को कोर्ट तक लाने वाले पुलिसकर्मी उसे नोएडा सेक्टर 121 के क्लिओ काउंटी VIP ले गए और वहां उसकी पसंद का खाना खिलाया गया.
इस बात की खबर जब यूपी के डीजीपी और एसएसपी लखनऊ को हुई तो तत्काल प्रभाव से 4 कॉन्स्टेबल अरुण कुमार, अरुण, रमेश, राजन सहित दो महिला कॉन्स्टेबल प्रीति और सुशीला को सस्पेंड कर दिया गया. जो इस मामले में संलिप्त पाए गए. वही नोएडा पुलिस ने अपने किसी भी पुलिसकर्मी का इसमें कोई रोल ना होने की बात कही है.
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि आरोपी के साथ पुलिसकर्मी भी रेस्टोरेंट में बैठे दिख रहे हैं.
बता दें कि अगस्त 2015 में अभिनव मित्तल ने एब्लेज कम्पनी के जरिए सोशल ट्रेड डॉट बिज नाम से ऑनलाइन पोर्टल बनाया और लोगों को सदस्य बनाकर लिंक शेयर करके ओपन कर लाइक के नाम पर लोगों से ठगी करता रहा. अभिनव ने इसे डिजिटल इंडिया प्रोग्राम से जोड़कर लोगों के सामने रखा था. सात लाख लोगों को अपना निशाना बनाकर मित्तल ने करीब 3700 करोड़ रुपए की ठगी की थी.
ये भी बता दें कि सोशल ट्रेड से पहले एल्बेज कम्पनी का कारोबार महज कुछ लाख रुपए का ही था और डेढ़ साल में अभिनव मित्तल सोशल ट्रेड डॉट बिज नाम से ऑनलाइन पोर्टल बनाकर करोड़ो में खेलने लगा.
नोएडा पुलिस के आलाधिकारियों के मुताबिक उन्हें 100 नंबर पर सूचना मिली कि 2017 में 3700 करोड़ रुपए घोटाले के मामले जेल गए अभिनव को लखनऊ पुलिस फरीदाबाद कोर्ट में पेशी के लिए लाई जिसके बाद आरोपी को सुविधा अनुसार उसके घर नॉएडा सेक्टर 121 में स्थित क्लिओ काऊंटी में खाना खिलाने के लिए लेकर आई.
इस बात की जानकरी नोएडा पुलिस ने एसएसपी लखनऊ और डीजीपी को लेटर लिखकर दी, साथ ही नोएडा के किसी भी पुलिसकर्मी का कोई रोल इसमें न होना बताया.