नई दिल्ली/नोएडा: आज के समय में देखा जाए तो सभी लोग इंटरनेट सेवा का प्रयोग कर रहे हैं. जिसके चलते हर दिन कोई ना कोई साइबर अपराध का शिकार हो रहा है. साइबर अपराध करने वाले तमाम तरह के हथकंडे अपनाते हैं और लोगों को अपने चंगुल में फंसा कर उनके साथ धोखाधड़ी करते हैं और लोग आसानी से साइबर अपराध करने वालों के चंगुल में फंस जाते हैं.
इस संबंध में ईटीवी भारत की टीम ने साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि साइबर ठग लोगों के खातों से पैसे उड़ाने के लिए नई-नई जुगत लगाते रहते हैं. किसी न किसी तरीके से वो कई बार खातों को खाली करने में सफल हो जाते हैं. ऐसे में जरूरी है कि खाताधारक बेहद सावधानी बरतें. अब साइबर ठगी का नया तरीका सामने आया है. कोरोना महामारी के चलते लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. ऐसे में साइबर ठग लोगों से अपराध के लिए इंटरनेट का प्रयोग कर रहे हैं.
साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन ने बताया कि लॉकडाउन के चलते जो बेरोजगारी हुई हैं, उनमें से लोगों ने दो तरह के रास्ते अपनाएं हैं. कुछ लोगों ने लीगल रास्ते अपनाए तो कुछ लोगों ने इनलीगल रास्ते अपना कर पैसा कमाने के लिए अपराध करना शुरू दिया. जिसमें महत्वपूर्ण भूमिका साइबर अपराध की रही है.
उन्होंने बताया कि हैकरों द्वारा सोशल मीडिया को भी हैक किया जा रहा है. जिसके चलते लोगों के पर्सनल डाटा हैक हो रहे हैं. अगर साइबर क्राइम से बचना है, तो ऑनलाइन आने वाले ईमेल को बिना वेरीफाई किए कभी भी क्लिक न करें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डोमेन और वेबसाइट का सही पता होना हर किसी के लिए जरूरी है. वरना वह ठगी का शिकार या हैकरों के चंगुल में फंस सकते हैं.
साइबर से संबंधित किसी भी समस्या के लिए पुलिस और सरकार द्वारा बनाई गई हेल्पलाइन नंबर 155260 पर संपर्क करें या भारत सरकार के पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें. लेकिन गूगल से या नेट के माध्यम से किसी से भी कोई मदद ना लें. क्योंकि हो सकता है कि आप मदद लेने के दौरान ही साइबर अपराध के चंगुल में फंस जाएं.
साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन का कहना है कि हमें मोबाइल से लेकर सभी इंटरनेट सेवाओं में दोहरे पासवर्ड रखने की जरूरत है. जब तक हम ना चाहे तब तक हमारा कोई भी डाटा कोई आसानी से न खोल सके. अपने डाटा और मोबाइल को हमें बेहद सुरक्षित तरीके से रखने की जरूरत है. किसी भी कंपनी द्वारा ऐप डाउनलोड करने की बात नहीं कही जाती है.
अगर आपसे किसी के द्वारा ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा जा रहा है, तो आप उसे डाउनलोड करने से परहेज करें. अपने डिजिटल पहचान को हमेशा सुरक्षित रखने का काम करें. साइबर अपराध की रोकथाम के लिए खुद को जागरूक रखना बहुत ही आवश्यक है. कभी भी ऑनलाइन कोई फ्रॉड अगर आपके साथ हो, तो बैंक अकाउंट को फ्रिज कराएं, तभी आपका पैसा सुरक्षित रह पाएगा.