नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: कोरोना महामारी से जंग लड़कर स्वस्थ हुए लाखों लोग प्लाज्मा डोनेट कर दूसरों की जिंदगी बचा चुके हैं. प्लाज्मा डोनेट के लिए कई अस्पताल को स्थायी बनाया गया है, जिससे कोविड 19 के मरीजों को प्लाज्मा की जरूरत पड़े तो आसानी से उपलब्ध कराया जा सके.
इसी क्रम में मंगलवार को गौतमबुद्ध नगर कारागार ने देश में पहला स्थान हासिल किया है. जिसके कैदियों ने पहली बार प्लाज्मा डोनेट किया है. इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह, एडिशनल पुलिस कमिश्नर लव कुमार सहित मेडिकल टीम मौजूद रहे.
कोरोना से जंग जीते कैदियों ने किया प्लाज्मा डोनेट
जेल में मंगलवार को 5 कैदियों ने स्वेच्छा से अपना प्लाज्मा डोनेट किया. कोरोना से जिंदगी की जंग जीतने के बाद दूसरों की जान बचाने के लिए 5 कैदियों ने इस सराहनीय पहल की शुरुआत की और अपना प्लाज्मा डोनेट किया. साथ ही 19 और कैदियों ने प्लाज्मा डोनेट करने की इच्छा जताई है और वो भी जल्द इस प्लाज्मा डोनेट का हिस्सा बनेंगे.
एडिशनल कमिश्नर का कहना
एडिशनल कमिश्नर लव कुमार ने बताया कि जेल में अब-तक 73 कैदी कोरोना की चपेट में आ चुके है, जिसमें से 28 लोग इस जंग को जीतकर वापस जेल में आ चुके हैं. जबकि बाकी मरीजों का अभी इलाज चल रहा है. कोरोना जैसी बीमारी से जंग जीतकर स्वस्थ्य हुए 28 मरीजों में से 19 लोगों ने प्लाज्मा डोनेट करने की इच्छा जताई है. इसी के चलते मंगलवार को जिला जेल में प्लाज्मा डोनेट के लिए जिम्स मेडिकल टीम द्वारा कैम्प लगाया गया, जिसमें 5 कैदियों ने देश में पहली बार आगे आकर अपना प्लाज्मा डोनेट किया है. जिन्हें मंगलवार को जिम्स द्वारा सम्मानित पत्र के साथ उपहार देकर सम्मानित भी किया गया है.