नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शाहबेरी की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया है. तीन इमारतों को सुरक्षित मानते हुए IIT दिल्ली ने क्लीन चिट दे दी है. वहीं 434 बिल्डिंगों की फिर से विस्तृत जांच होगी. विस्तृत रिपोर्ट में ही तय होगा कि बिल्डिंग सुरक्षित है या नहीं.
74 इमारतें अतिसंवेदनशील बिल्डिंग
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने रिपोर्ट को शासन के पास स्वीकृति के लिए भेज दिया है. हालांकि IIT दिल्ली ने भी 434 में से 76 इमारतों को अति संवेदनशील बताते हुए नए निर्माण और यहां रहने पर रोक लगाने की सिफारिश की है.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र शाहबेरी में जुलाई 2018 में अवैध रूप से निर्मित दो बिल्डिंग जमींदोज हो गईं थी जिसमें 9 लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद प्राधिकरण ने शाहबेरी में अवैध रूप से निर्मित इमारतों का IIT दिल्ली से सेफ्टी ऑडिट करवाए जाने का निर्णय लिया था.
तीन श्रेणियों में जांच रिपोर्ट
IIT दिल्ली ने स्ट्रक्चरल सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट में सभी इमारतों को चार श्रेणी में रखा गया है. इस लिहाज से पहली श्रेणी में किसी प्रकार की कार्रवाई की जरूरत नहीं है ऐसी इमारतों की संख्या मात्र तीन है. दूसरी श्रेणी में वह इमारते हैं जिनमें मामूली मरम्मत की जरूरत है. वहीं तीसरी श्रेणी में 434 ऐसी इमारतें हैं जिनमें विस्तृत विश्लेषण की जरूरत है. विस्तृत विश्लेषण के बाद यह तय होगा कि इमारतें तोड़ी जाए या नहीं.