नई दिल्ली/नोएडा: इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (IIA) के पदाधिकारी और उद्यमियों ने नोएडा सेक्टर-55 में कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यशाला में उद्यमियों से उत्पादन लागत घटाने और उत्पादता के तरीकों पर विचार विमर्श किया गया. मंदी के दौर से गुजर रहे उद्योग उत्पादक लागत में कमी लाकर उत्पादक की गुणवत्ता बेहतर बनाए रखें इसके विकल्प तलाशने में जुट गए हैं.
'उद्यमियों का सामाजिक दायित्व रोजगार देना'
आईआईए चेयरमैन कुलमनी गुप्ता ने बताया कि मंडी के दौर में कैसे इंडस्ट्रीज को बढ़ावा दिया जाए. कॉस्ट सेविंग, बेहतर गुणवत्ता और क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा कि उनकी संस्था कॉस्ट कटिंग के नाम पर कर्मचारियों की छटनी के खिलाफ है. उद्यमियों के सामाजिक दायित्व रोजगार देना और जीडीपी में सहभागिता निभाना है.
'ई-कॉमर्स की मार्केट बढ़ी'
आईआईए के पदाधिकारियों ने बात करते हुए कहा कि ई-कॉमर्स से मार्केट में फर्क जरूर पड़ा है, लेकिन ऑनलाइन खरीदारी लॉन्ग लास्टिंग नहीं और दूसरा ऑनलाइन मार्केट ज्यादा भरोसेमंद भी नहीं है. क्योंकि प्रोडक्ट की क्वालिटी नहीं देख सकते हैं. इंडस्ट्रियल सप्लाई के लिए ई-कॉमर्स पर निर्भर नहीं रहा जा सकता.
कार्यक्रम में IIA के अधिकारी रहे मौजूद
कार्यक्रम में उपायुक्त उद्योग अनिल कुमार, प्राधिकरण के ओएसडी एन के सिंह, आईआईए के वाइस चेयरमैन आशीष मल्होत्रा, चेयरमैन कुलमनी गुप्ता, सचिव उमेश बत्रा, मनीष गुप्ता, रोहित सिंह सहित कई उद्यमी मौजूद रहे.