नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कराने वाले अध्यापकों का भविष्य इस समय अंधकार में आता नजर आ रहा है, क्योंकि इन सभी अध्यापकों का कई महीनों का वेतन निजी कॉलेजों के मालिकों और प्रबंधकों ने नहीं दिया है.
टेक्निकल टीचर्स परिवार वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने बताया की वह खुद एक टीचर रह चुके हैं और उनको भी एक निजी कॉलेज द्वारा वेतन नहीं दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने ठान लिया था कि टीचरों को नहीं दिए गए वेतन की लड़ाई वो लड़ेंगे.
कई महीनों का वेतन नहीं मिला
नॉलेज पार्क में बने कॉलेजों में पढ़ाने वाले अध्यापकों का भविष्य खतरे में नजर आ रहा है अरविंद कुमार सिंह के अनुसार इनके व उत्तर प्रदेश के सभी कॉलेजों में कई अध्यापकों को उनका वेतन नहीं दिया गया है.
एआईसीटीई में भी दे चुके हैे शिकायत
अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि वो अध्यापकों की सैलरी के मसले पर एआईसीटीई समेत मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री सभी विभाग के अधिकारियों तक कॉलेजों की मनमानी की शिकायत कर चुके हैं. लेकिन उनको कहीं से भी कॉलेज प्रबंधकों व मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन नहीं मिल सका है.
एआईसीटीई के हाथ में है दंडात्मक कार्रवाई
अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि जो कॉलेज अध्यापकों की वेतन नहीं दे रहे हैं उनके खिलाफ एआईसीटीई दंडात्मक कार्रवाई कर सकती हैं. लेकिन अभी तक किसी भी कॉलेज के प्रबंधक व मालिकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है.
'कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगें'
टेक्निकल टीचर्स परिवार वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि वह इस लड़ाई को किसी भी हद तक ले जाने के लिए तैयार हैं. लॉकडाउन के बाद एआईसीटीई के सामने धरने पर बैठेंगे. इसके अलावा वह कोर्ट का दरवाजा भी इंसाफ मांगने के लिए खटखटाएंगे.