ETV Bharat / city

डीमैट एकाउंट खुलवा कर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, एक गिरफ्तार - Fraud gang busted

नोएडा पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने डीमैट एकाउंट खुलवा कर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. गैंग के सदस्य को भी दबोचा है.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
author img

By

Published : Sep 6, 2022, 10:53 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर 36 स्थित साइबर क्राइम थाना पुलिस ने करेंसी में ट्रेडिंग करने के डीमैट खाता खुलवा कर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश कर एक साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. अब तक 500 डीमैट खाते खुलवा कर करीब 15 करोड़ की ठगी को अंजाम दिया जा चुका है. इस गिरोह ने गाजियाबाद निवासी अशोक मिश्रा से 15 लाख की ठगी की थी. जिनकी शिकायत पर जांच कर रही नोएडा साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक आरोपी को मध्य प्रदेश के देवास से गिरफ्तार किया है. इसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है, जो फरार है.

साइबर सेल प्रभारी रीता यादव ने बताया कि गाजियाबाद निवासी अशोक मिश्रा से 15 लाख रुपए की ठगी की थी, जिनकी शिकायत पर जांच के दौरान शोएब को मध्य प्रदेश के देवास से गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि शोएब ने अमदानी सॉल्यूशन के नाम से स्कीम नंबर 94 रिंग रोड इंदौर में ऑफिस खोला था. अपने साथियों के साथ लोगों को फोन कर करेंसी में ट्रेडिंग करने के डीमैट खाता खुलवाते थे. ये लोग अलग-अलग कस्टमर से डिमैट खातों में पैसा मंगवाते थे. डीमैट खातों का एडिमिन एक्सिस करने के लिए यूजर आईडी व पासवर्ड अपने पास ही रखते थे. डिमैट खातों में दिखाई देने वाली धनराशि केवल डिजिट के रूप में कस्टमर को बढ़ती दिखाई देती थी. जबकि, असल में वह धनराशि बढ़ती नहीं थी. जिससे कस्टमर धनराशि बढ़ता देख इंवेस्ट करता रहता था. इसके बाद जब कस्टमर खातों में दिख रही धनराशि का प्रॉफिट लेना चाहता था तो जीएसटी, कन्वर्जन चार्ज और सेटलमेंट चार्ज के नाम पर विभिन्न बैंकों खातों में और पैसे ट्रांसफर करवा लिए जाते थे.

एक गिरफ्तार

पूछताछ में सामने आया कि इन लोगों ने ट्रेडिंग की फर्जी एंड्राइड एप्लीकेशन मेटा ट्रेडर्स-05 नाम से बनाकर प्ले स्टोर पर अपलोड कर रखी थी. ऑफिस में कुछ लड़कों और लड़कियों को जॉब पर रखा था. ये लोगों को फोन करके स्कीम और डिमैट खातों में पैसा ट्रांसफर करने को कहते थे. इनको बतौर सैलरी दी जाती थी. बताया गया कि इन लोगों ने सिर्फ यूपी नहीं, बल्कि अन्य राज्यों के लोगों को भी ठगी का शिकार बनाया है. पुलिस को फरार इसके दो और साथियों की तलाश कर रही है. जिन्हें जल्द पकड़ने का दावा किया जा रहा है.

ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप.

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर 36 स्थित साइबर क्राइम थाना पुलिस ने करेंसी में ट्रेडिंग करने के डीमैट खाता खुलवा कर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश कर एक साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. अब तक 500 डीमैट खाते खुलवा कर करीब 15 करोड़ की ठगी को अंजाम दिया जा चुका है. इस गिरोह ने गाजियाबाद निवासी अशोक मिश्रा से 15 लाख की ठगी की थी. जिनकी शिकायत पर जांच कर रही नोएडा साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक आरोपी को मध्य प्रदेश के देवास से गिरफ्तार किया है. इसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है, जो फरार है.

साइबर सेल प्रभारी रीता यादव ने बताया कि गाजियाबाद निवासी अशोक मिश्रा से 15 लाख रुपए की ठगी की थी, जिनकी शिकायत पर जांच के दौरान शोएब को मध्य प्रदेश के देवास से गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि शोएब ने अमदानी सॉल्यूशन के नाम से स्कीम नंबर 94 रिंग रोड इंदौर में ऑफिस खोला था. अपने साथियों के साथ लोगों को फोन कर करेंसी में ट्रेडिंग करने के डीमैट खाता खुलवाते थे. ये लोग अलग-अलग कस्टमर से डिमैट खातों में पैसा मंगवाते थे. डीमैट खातों का एडिमिन एक्सिस करने के लिए यूजर आईडी व पासवर्ड अपने पास ही रखते थे. डिमैट खातों में दिखाई देने वाली धनराशि केवल डिजिट के रूप में कस्टमर को बढ़ती दिखाई देती थी. जबकि, असल में वह धनराशि बढ़ती नहीं थी. जिससे कस्टमर धनराशि बढ़ता देख इंवेस्ट करता रहता था. इसके बाद जब कस्टमर खातों में दिख रही धनराशि का प्रॉफिट लेना चाहता था तो जीएसटी, कन्वर्जन चार्ज और सेटलमेंट चार्ज के नाम पर विभिन्न बैंकों खातों में और पैसे ट्रांसफर करवा लिए जाते थे.

एक गिरफ्तार

पूछताछ में सामने आया कि इन लोगों ने ट्रेडिंग की फर्जी एंड्राइड एप्लीकेशन मेटा ट्रेडर्स-05 नाम से बनाकर प्ले स्टोर पर अपलोड कर रखी थी. ऑफिस में कुछ लड़कों और लड़कियों को जॉब पर रखा था. ये लोगों को फोन करके स्कीम और डिमैट खातों में पैसा ट्रांसफर करने को कहते थे. इनको बतौर सैलरी दी जाती थी. बताया गया कि इन लोगों ने सिर्फ यूपी नहीं, बल्कि अन्य राज्यों के लोगों को भी ठगी का शिकार बनाया है. पुलिस को फरार इसके दो और साथियों की तलाश कर रही है. जिन्हें जल्द पकड़ने का दावा किया जा रहा है.

ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.