नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: कोरोना की वजह से जहां एक तरफ लोग परेशान हैं. वहीं दूसरी तरफ नोएडा में एनपीसीएल की तरफ से किसानों की बिजली काटने से परेशानी बढ़ गई है. जिसकी वजह से किसान लगातार एनपीसीएल दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है.
बता दें कि एनपीसीएल से किसान इस समय हैरान और परेशान हैं. क्योंकि अन्नदाता का यह समय धान की बुवाई का समय होता है और धान बुवाई के लिए पानी की सख्त जरूरत होती है. लेकिन एनपीसीएल की मनमानी के कारण इनको धान की बुवाई के समय नॉलेज पार्क में स्थित एनपीसीएल के दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. वहीं इनकी जमीन प्राधिकरण ने अधिकृत कर ली है, लेकिन किसानों का कहना है कि उन्होंने अधिकृत जमीन का मुआवजा नहीं उठाया है, इसलिए यह जमीन अभी उन्हीं के पास है और वह खेती कर सकते हैं.
एनपीसीएल के कर्मचारियों ने प्राधिकरण पर झाड़ा पल्ला
किसानों ने जब अपने खेत में लगे टुबेल का कनेक्शन काटने की एनपीसीएल के कर्मचारियों से वजह जानी तो एनपीसीएल के कर्मचारियों ने उनसे कहा कि नोएडा प्राधिकरण की तरफ से उनको जानकारी दी गई है कि यह खेत नोएडा प्राधिकरण का है और अधिकृत कर लिया है. इस पर किसानों को कहना है कि वह कोर्ट से स्टेटमेंट ले आए हैं और उन्होंने इस खेत से मुआवजा भी प्राधिकरण से नहीं लिया है. लिहाजा हम अपने खेतों के मालिक हैं और खेती कर सकते हैं. लेकिन एनपीसीएल के कर्मचारियों की मनमानी के कारण हमको दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.