नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा सेक्टर-14ए चिल्ला बॉर्डर पर किसानों का 31वें दिन भी प्रदर्शन जारी है. वहीं 7वें दौर की वार्ता में बाद नहीं बनी. किसान MSP की गारंटी कानून और तीनों कृषि बिलों को वापस लेने पर अडिग हैं. किसानों ने कहा नए साल के आगम पर उम्मीद करते हैं कि सरकार को सद्बुद्धि मिले ताकि किसानों के अच्छे दिन आए. भारतीय किसान यूनियन भानु के प्रदेश अध्यक्ष योगेश सिंह ने कहा कि 7 दौर नहीं 20 दौर की वार्ता होए लेकिन हक लेकर उठेंगे.
"किसानों की दो टूक, बिल की वापसी पर बनेगी बात"
भारतीय किसान यूनियन भानू के प्रदेश अध्यक्ष योगेश सिंह ने कहा कि MSP को लेकर कानून बनें, स्वामीनाथन की रिपोर्ट को पूरी तरह लागू करें. उन्होंने कहा कि 7वें दौर नहीं 15वें दौर की वार्ता हो जाए, लेकिन अपना हक लेकर ही चिल्ला बॉर्डर पर किसान जाएंगे. बिज़ली बिल को लेकर समझौता हुआ, पराली जलाने पर हो रही कार्रवाई को लेकर समझौता हुआ है. कृषि बिल वापस होएगा तभी वापस जाएंगे.
"शांत नहीं बैठेगा किसान"
भारतीय किसान संगठन भानू गुट ने प्रदेश अध्यक्ष योगेश सिंह ने कहा कि किसान आगे की रणनीति तय कर रहे हैं. जरूरत पड़ी तो 26 जनवरी को परेड करेंगे, प्रधानमंत्री मोदी के घर का घेराव करेंगे. केरल विधानसभा में तीनों कृषि बिल के विरोध में प्रस्ताव पारित किया है और अपील करते हुए कहा कि केंद्र सरकार किसानों के हितों को ध्यान में रखें और यह तीनों कृषि में वापस ले. इस पर भारतीय किसान यूनियन भानू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि किसानों के हित में उन्हें भी प्रस्ताव पारित करना चाहिए और कृषि बिल वापसी की बात करनी चाहिए.