नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर 14 ए चिल्ला बॉर्डर पर किसानों ने मकर संक्रांति के मौके पर यज्ञ किया. किसानों का कहना है कि यह यादें ईश्वर के लिए तो है ही लेकिन साथी ईश्वर से कामना है कि सरकार को बुद्धि दे और सरकार किसानों के हितों के बारे में सोचे. 45 दिन से भारतीय किसान यूनियन भानु के बैनर तले किसान चिल्ला बॉर्डर पर डटे हुए हैं. सरकार की मंशा के अनुरूप किसान प्रदर्शन स्थल पर ही हवन यज्ञ करने को मजबूर हैं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो दिवाली और होली भी बॉर्डर पर ही मनाएंगे.
"सरकार के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ"
किसान किशन नम्बरदार मथुरा से नोएडा चिल्ला बॉर्डर पहुंचे हैं. लंबे वक्त से प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हवन यज्ञ सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसान अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहा है. सरकारों को किसानों की सुननी चाहिए ताकि किसान अपने घर लौट सकें. लंबे वक्त से चिल्ला बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक बिल की वापसी नहीं तब तक किसानों के घर वापसी नहीं होगी.
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"मजबूरन सड़कों पर मनाई मकर संक्रांति"
भारतीय किसान यूनियन भानु के प्रदेश महामंत्री बीसी प्रधान ने कहा कि जो त्योहार किसानों को अपने घर पर मनाने चाहिए उन्हें वह सड़कों पर मना रहा है. किसान बुद्धि-शुद्धि यज्ञ कर रहा है ताकि सरकार को ईश्वर बुद्धि दे. उन्होंने कहा कि किसान मजबूरी में सड़कों पर मनाने को मजबूर है. लोहड़ी के बाद मकर संक्रांति का त्योहार भी मनाया गया और आने वाले जितने त्योहार होंगे अगर जरूरत पड़ी तो सड़कों पर ही किसान बनाएगा, लेकिन जब तक कृषि बिल वापस नहीं होगा, किसान की घर वापसी नहीं होगी.