नई दिल्ली/नोएडा: ऊपर वाले का खेल क्या निराला है, एक वायरस ने समाज और परिवार के ताने-बाने को बिखेर दिया. कोरोना से अपनों की मौत पर परिजन भी उसे कंधा देने को तैयार नहीं हैं. ऐसा ही एक मामला मंगलवार को नोएडा में देखने को मिला. ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल में कोरोना संक्रमित 60 वर्षीय अशोक कुमार की मौत हो गई.
उनकी पत्नी नीलम सिंह भी कोरोना संक्रमित हैं और उनका इलाज भी शारदा अस्पताल में हो रहा है. पिता की मृत्यु का समाचार सुनकर गुजरात में रह रही उनकी बेटी सोमलता सिंह यहां आना चाहती थी, लेकिन साधन न मिलने की लाचारी उसके आड़े आ गई.
बेटी अपने यहां रह रहे रिश्तेदारों से भी पिता का अंतिम संस्कार कराने का अनुरोध किया, लेकिन सभी ने अपनी विवशता जाहिर की थी.
जिलाधिकारी से लगाई गुहार
बेटी सोमलता सिंह ने जिलाधिकारी सुहास एल.वाई. से संकट की घड़ी में मदद की गुहार लगाई और पिता का अंतिम संस्कार कराने का अनुरोध किया. इसके बाद जिलाधिकारी ने भी देर नहीं लगाई और अफसरों के साथ सेक्टर 94 स्थित अंतिम निवास पहुंचे.
वहां पर उन्होंने जनपदवासियों की ओर से अशोक कुमार सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की और अपनी देखरेख में उनका अंतिम संस्कार कराया. मृतक अशोक कुमार सिंह का अंतिम संस्कार सीएनजी मशीन के माध्यम से किया गया है.