नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा स्थित बहुचर्चित बहुमंजिला इमारत ट्विन टावर को 28 अगस्त ध्वस्त कर दिया गया था, लेकिन उसके मलबे को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा थी. टावर को ध्वस्त करने वाली एडिफिस कंपनी स्क्रैप के मलबे को बेचना शुरू कर दिया है, पर कंक्रीट को हटाने के लिए नोएडा प्राधिकरण की अनुमति लेना अड़चन बन गया था. इसके चलते 5000 टन मलबा डंप हो गया था.
ईटीवी भारत ने जब मलवा डंप किए जाने और ट्विन टावर के मलबा हटाए जाने के काम को प्रभावित होने की खबर को प्रकाशित किया गया, तो नोएडा प्राधिकरण हरकत में आया. इसके बाद नोएडा प्राधिकरण की बैठक हुई, जिसमें सुपरटेक, एडिफिस कंपनी, एंब्रॉयड सोसायटी, नोएडा प्राधिकरण सहित अन्य लोग शामिल हुए. आपसी सहमति पर मलबा हटाने की अनुमति नोएडा प्राधिकरण ने दे दी.
नोएडा प्राधिकरण के अनुमति देने के बाद एडिफिस कंपनी 200 टन कंक्रीट को सेक्टर- 80 स्थित C&D मिक्सिंग प्लांट भेजने लगा. जहां ट्विन टावर के मलबे से टाइल्स और रोड़ी बनाया जा रहा है. ट्विन टावर के मलबे से बने टाइल्स को प्रयोग में लाना भी शुरू कर दिया गया है. यह जानकारी सी&डी मिक्सिंग प्लांट के प्रोजेक्ट हेड मुकेश ने जानकारी दी.
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सी&डी के प्रोजेक्ट हेड मुकेश धीमान ने ईटीवी भारत को बताया कि ट्विन टावर से आए पूर्व मलबे से करीब 2000 टाइल्स बनाई गई थी. इस बार आए 200 टन मलबे से करीब दो हजार के आसपास टाइल्स बनकर तैयार हो जाएगी. अब तक कुल 2000 टाइल्स बनाई जा चुकी है.
उन्होंने बताया कि ट्विन टावर के मलबे से बनी टाइल्स पर भी अब हमलोग नाम लिख रहे हैं. इससे पूर्व किसी भी टाइल्स पर कोई नाम नहीं लिखा गया था.
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