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नोएडा : ना जेब में पैसे, ना घर में राशन, दुकानदार भी नहीं दे रहे उधार

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Published : Mar 29, 2020, 11:24 PM IST

21 दिन के लॉक डाउन को देखते हुए ये लोग इसी परेशानी में हैं कि अभी से दूध और खाने पीने को लेकर लाले पड़ रहे हैं तो आने वाले दिन में किस तरह से परिवार का गुजारा होगा.

daily wage workers problems during lockdown in noida sector 5
नोएडा : ना जेब में पैसे, ना घर में राशन, दुकानदार भी नहीं दे रहे उधार

नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा में लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ा है. यूपी, बिहार के साथ ही दूरदराज इलाकों के कई लोग ऐसे हैं जो नोएडा में दिहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे, पर अब दिहाड़ी बंद होने के बाद उनकी स्थिति खराब है. ऐसे कई परिवारों का हाल जानने जब ईटीवी भारत की टीम नोएडा के सेक्टर 5 स्थित हरौला में पहुंची तो वहां लोगों ने घर में राशन और जेब में पैसे न होने की बात कही. साथ ही लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार भी लगाई.

नोएडा सेक्टर 5 से ग्राउंड रिपोर्ट
दिहाड़ी मजदूरों की स्थिति
नोएडा के सेक्टर 5 स्थित कोरोना में किराए पर रहने वाले मजदूरों ने बताया कि उन्होंने जो कमाया वह खत्म हो चुका है. अब उनके पास ना तो राशन है और ना ही जेब में पैसे. उनका कहना है कि प्रशासन द्वारा जो मदद दी जा रही है. अभी तक उनके पास नहीं पहुंची है. आने वाले समय में उनका कहना है कि इन हालात मे नोएडा में रह पाना बड़ा मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि ना तो काम है ना आमदनी है. ऐसे में पूरे परिवार का खर्च कैसे चलेगा.

दुकानदारों ने उधार देना किया बंद

लॉकडाउन के दौरान दिहाड़ी मजदूर अपने परिवार को लेकर परेशान हैं. आमदनी ना होने के चलते दुकानदार उन्हें दुकानदारों ने भी उधार सामान देना बंद कर दिया है. इसके चलते वे अपने छोटे बच्चों के लिए ना दूध ले पा रहे हैं ना उनके खाने-पीने का सामान.


कैसे कटेंगे बचे हुए दिन

21 दिन के लॉक डाउन को देखते हुए ये लोग इसी परेशानी में हैं कि अभी से दूध और खाने पीने को लेकर लाले पड़ रहे हैं तो आने वाले दिन में किस तरह से परिवार का गुजारा होगा. जो मजदूर वर्ग नोएडा में है वह प्रशासन से आग्रह करने में लगे हैं कि उन्हें उनके पैतृक गांव जाने की अनुमति और व्यवस्था कराई जाए.

नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा में लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ा है. यूपी, बिहार के साथ ही दूरदराज इलाकों के कई लोग ऐसे हैं जो नोएडा में दिहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे, पर अब दिहाड़ी बंद होने के बाद उनकी स्थिति खराब है. ऐसे कई परिवारों का हाल जानने जब ईटीवी भारत की टीम नोएडा के सेक्टर 5 स्थित हरौला में पहुंची तो वहां लोगों ने घर में राशन और जेब में पैसे न होने की बात कही. साथ ही लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार भी लगाई.

नोएडा सेक्टर 5 से ग्राउंड रिपोर्ट
दिहाड़ी मजदूरों की स्थिति
नोएडा के सेक्टर 5 स्थित कोरोना में किराए पर रहने वाले मजदूरों ने बताया कि उन्होंने जो कमाया वह खत्म हो चुका है. अब उनके पास ना तो राशन है और ना ही जेब में पैसे. उनका कहना है कि प्रशासन द्वारा जो मदद दी जा रही है. अभी तक उनके पास नहीं पहुंची है. आने वाले समय में उनका कहना है कि इन हालात मे नोएडा में रह पाना बड़ा मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि ना तो काम है ना आमदनी है. ऐसे में पूरे परिवार का खर्च कैसे चलेगा.

दुकानदारों ने उधार देना किया बंद

लॉकडाउन के दौरान दिहाड़ी मजदूर अपने परिवार को लेकर परेशान हैं. आमदनी ना होने के चलते दुकानदार उन्हें दुकानदारों ने भी उधार सामान देना बंद कर दिया है. इसके चलते वे अपने छोटे बच्चों के लिए ना दूध ले पा रहे हैं ना उनके खाने-पीने का सामान.


कैसे कटेंगे बचे हुए दिन

21 दिन के लॉक डाउन को देखते हुए ये लोग इसी परेशानी में हैं कि अभी से दूध और खाने पीने को लेकर लाले पड़ रहे हैं तो आने वाले दिन में किस तरह से परिवार का गुजारा होगा. जो मजदूर वर्ग नोएडा में है वह प्रशासन से आग्रह करने में लगे हैं कि उन्हें उनके पैतृक गांव जाने की अनुमति और व्यवस्था कराई जाए.

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