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नाेएडा: ऑनलाइन एप से क्रिकेट में सट्टा लगाने वाली गैंग का पर्दाफाश

पुलिस ने ऑनलाइन एप (betting on app) के माध्यम से क्रिकेट सट्टा लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया. तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, पुलिस ने आरोपियों से 4.50 लाख रुपये, फर्जी आधार कार्ड समेत अन्य सामान बरामद किया है.

ऑनलाइन ए
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Published : Dec 3, 2021, 10:57 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के थाना सेक्टर 58 पुलिस ने चेकिंग के दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया. इनके मोबाइल फोन में सट्टे से संबंधित स्क्रीनशॉट और चैटिंग मिली. जिसके बाद उनलाेगाें ने स्वीकार किया कि ऑनलाइन ऐप (betting on app) से क्रिकेट पर सट्टा (betting on cricket) लगाने का काम करते थे. पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों से उनके संबंध में जानकारी मांगी तो सामने आया कि यह गैंग पूरे एनसीआर क्षेत्र में फैला हुआ है. पुलिस ने जहां तीन आरोपियों को (Three bookies arrested in Noida) गिरफ्तार किया है, वही एक आरोपी अभी फरार है.

दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा में ऑनलाइन सट्टा (online betting in NCR) खिलाया जाता है. उनके लिए यह cricket line guru, cricbuzz app व ipl और अलग-अलग लीग क्रिकेट मैच जैसे abu Dhabi cricket league, big bash cricket league, cpl cricket league मैचों पर और ऑनलाइन साइट पर चल रहे सट्टा किंग के माध्यम से अवैध सट्टे को खिलाने का काम करते हैं . यह अपना नेटवर्क सोशल साइट (bookies active on social site) के माध्यम से बढ़ाते और इनके द्वारा किसी एक नंबर पर जब मैच चल रहा होता है तो मैच पर पैसा लगवाते थे.

सट्टा के बारे में जानकारी देते पुलिस अधिकारी.

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रकम आने पर यह लोगों का पैसा नहीं देते और धोखे से पैसे को अपने पास रख लेते थे. जो पैसा सट्टे में लगाता है उसका पेमेंट यह लोग विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर करते थे. इन लोगों से जो एटीएम बरामद हुए हैं इन्होंने ये एटीएम कार्ड अपने दोस्त संदीप और हिमांशु से 30-30 हजार रुपए में खरीदा था. संदीप व हिमांशु इस समय डसना जेल गाजियाबाद (Dasna Jail Ghaziabad) में निरुद्ध है. इन्हीं एटीएम कार्ड से ये लोग पैसे निकालते थे. एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने बताया कि आरोपियों के पास से आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं. फर्जी खाता खुलवाने के लिए ये लाेग इसे अपने पास रखा था.इन लोगों को पैसा ट्रांसफर कराने के लिए अलग-अलग खातों की आवश्यकता होती है, जिनको इन्हें खरीदना पड़ता है.

इसे भी पढ़ेंः PG और खुले हुए घरों की रेकी कर वारदात को अंजाम देने वाले गिरफ्तार

पूछताछ में यह भी सामने आया है कि एक महीने में 65 से 70 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन सट्टे का होता है. इन लोगों द्वारा नवयुवकों को इस धंधे में लगाया कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जाता है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पंकज गिरी ने शिवम कुमार व शिवम कुमार चौहान को एटीएम से पैसे निकलवाने के लिए रखा हुआ था, जो कि दिल्ली व नोएडा और मेरठ सहित अलग-अलग जगहों से एटीएम से पैसे निकालता था. इसके एवज में पंकज गिरी को 8000/8000 रुपये प्रतिमाह देता था. इस गैंग के पास से 26 एटीएम कार्ड विभिन्न बैंकों के, 9 फर्जी आधार कार्ड, 6 मोबाइल विभिन्न कंपनियों के, साढ़े चार लाख रुपये नगद और 13 प्रिंटआउट सट्टे से संबंधित स्क्रीनशॉट बरामद हुए हैं. वहीं सलमान नाम का आरोपी अभी फरार है.

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नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के थाना सेक्टर 58 पुलिस ने चेकिंग के दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया. इनके मोबाइल फोन में सट्टे से संबंधित स्क्रीनशॉट और चैटिंग मिली. जिसके बाद उनलाेगाें ने स्वीकार किया कि ऑनलाइन ऐप (betting on app) से क्रिकेट पर सट्टा (betting on cricket) लगाने का काम करते थे. पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों से उनके संबंध में जानकारी मांगी तो सामने आया कि यह गैंग पूरे एनसीआर क्षेत्र में फैला हुआ है. पुलिस ने जहां तीन आरोपियों को (Three bookies arrested in Noida) गिरफ्तार किया है, वही एक आरोपी अभी फरार है.

दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा में ऑनलाइन सट्टा (online betting in NCR) खिलाया जाता है. उनके लिए यह cricket line guru, cricbuzz app व ipl और अलग-अलग लीग क्रिकेट मैच जैसे abu Dhabi cricket league, big bash cricket league, cpl cricket league मैचों पर और ऑनलाइन साइट पर चल रहे सट्टा किंग के माध्यम से अवैध सट्टे को खिलाने का काम करते हैं . यह अपना नेटवर्क सोशल साइट (bookies active on social site) के माध्यम से बढ़ाते और इनके द्वारा किसी एक नंबर पर जब मैच चल रहा होता है तो मैच पर पैसा लगवाते थे.

सट्टा के बारे में जानकारी देते पुलिस अधिकारी.

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रकम आने पर यह लोगों का पैसा नहीं देते और धोखे से पैसे को अपने पास रख लेते थे. जो पैसा सट्टे में लगाता है उसका पेमेंट यह लोग विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर करते थे. इन लोगों से जो एटीएम बरामद हुए हैं इन्होंने ये एटीएम कार्ड अपने दोस्त संदीप और हिमांशु से 30-30 हजार रुपए में खरीदा था. संदीप व हिमांशु इस समय डसना जेल गाजियाबाद (Dasna Jail Ghaziabad) में निरुद्ध है. इन्हीं एटीएम कार्ड से ये लोग पैसे निकालते थे. एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने बताया कि आरोपियों के पास से आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं. फर्जी खाता खुलवाने के लिए ये लाेग इसे अपने पास रखा था.इन लोगों को पैसा ट्रांसफर कराने के लिए अलग-अलग खातों की आवश्यकता होती है, जिनको इन्हें खरीदना पड़ता है.

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पूछताछ में यह भी सामने आया है कि एक महीने में 65 से 70 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन सट्टे का होता है. इन लोगों द्वारा नवयुवकों को इस धंधे में लगाया कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जाता है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पंकज गिरी ने शिवम कुमार व शिवम कुमार चौहान को एटीएम से पैसे निकलवाने के लिए रखा हुआ था, जो कि दिल्ली व नोएडा और मेरठ सहित अलग-अलग जगहों से एटीएम से पैसे निकालता था. इसके एवज में पंकज गिरी को 8000/8000 रुपये प्रतिमाह देता था. इस गैंग के पास से 26 एटीएम कार्ड विभिन्न बैंकों के, 9 फर्जी आधार कार्ड, 6 मोबाइल विभिन्न कंपनियों के, साढ़े चार लाख रुपये नगद और 13 प्रिंटआउट सट्टे से संबंधित स्क्रीनशॉट बरामद हुए हैं. वहीं सलमान नाम का आरोपी अभी फरार है.

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