नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा सेक्टर 35 मोरना बस डिपो ड्राइवर और कंडक्टर की कमी से जूझ रहा है. बताया जा रहा है कि ड्राइवरों के कमी के चलते कई बसें अपने रूट पर नहीं चल रही हैं.
बता दें कि नोएडा में तकरीबन 280 बसों की फ्लीट है लेकिन ड्राइवर की कम संख्या के कारण डिपो में काफी समस्या हो रही है. ड्राइवर की कमी होने के चलते जिले के कई रूटों पर बसें चलाने का जिम्मा 70 फीसदी बस कर्मचारियों के कंधे पर आ गया है.
50 ड्राइवर और कंडक्टर जरूरत
नोएडा डिपो में ज्यादातर बसें मेरठ और आगरा समेत दूसरे व्यस्त रूटों पर चलती है. नोएडा बस डिपो के एआरएम अनुराग यादव ने ईटीवी को बताया कि बसों के ठीक संचालन के लिए तकरीबन 50 ड्राइवर और इतने ही कंडक्टर की जरूरत है.
ARM अनुराग यादव ने बताया कि 280 फ्लीट की है नोएडा बस डिपो, पिछले महीने 120 नई बसों की वजह से बसों में चालकों और परिचालकों की कमी हुई थी. डिपो का काम तो ठीक चल रहा है. लेकिन बस ड्राइवर को छुट्टी, DDR समेत कई अन्य समस्याएं हैं लेकिन जल्द ही उन्हें दूर करने के प्रयास किये जा रहे हैं.
85 बस होंगी नीलम
अनुराग यादव ने बताया कि मोरना बस डिपो में 85 बस ऐसी है जो अपनी उम्र पूरी कर चुकी हैं. उन्होंने कहा कि 85 बसों ने या तो 10 साल पूरे कर लिए हैं या 11 लाख किलोमीटर चल चुकी हैं. जिसके तहत अब यह बसें नीलामी के लिए खड़ी हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता की वजह से यह प्रक्रिया रुकी हुई थी. लेकिन अब जल्दी इस पर काम किया जाएगा.