नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में वायु प्रदूषण फिर खराब स्थिति में पहुंच गया है. बता दें कि नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 304 पॉइंट दर्ज किया गया तो वहीं ग्रेटर नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 313 पॉइंट मापा गया है.
सोमवार देर रात हुई बारिश और तेज हवाओं से भी शहरवासियों को प्रदूषण से राहत नहीं मिली है. देश के तमाम शहरों की बात करें तो सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी और शो विंडो नोएडा तीसरे स्थान पर बना हुआ है.
मंगलवार को नोएडा में प्रदूषण का स्तर 300 के पार दर्ज किया गया जो रेड जोन में आता है.
देश के सबसे प्रदूषित शहर
बुलंदशहर | 327 (AQI) |
गाजियाबाद | 316 (AQI) |
ग्रेटर नोएडा | 313 (AQI) |
नोएडा | 304 (AQI) |
कानपुर | 302 (AQI) |
रेड जोन में नोएडा
बता दे कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों की माने तो दिल्ली से सटे नोएडा का प्रदूषण स्तर रेड जोन में पहुंच चुका है. यह जहरीली हवा स्वास्थ्य के लिए भी बेहद हानिकारक है. ऐसे में डॉक्टरों ने हिदायत दी है कि घर से बाहर निकले तो चश्मा जरूर लगाएं और खुले आसमान के नीचे ज्यादा देर तक ना रुकें नहीं तो सिर दर्द समेत ठंड से जुड़ी अन्य बीमारियां भी हो सकती हैं.
15 मार्च तक ग्रेप लागू
बता दें दीपावली के बाद से लगातार दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब स्थिति में पहुंच जाता है. ऐसे में दिल्ली एनसीआर में 15 मार्च तक ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू है. भाई सुप्रीम कोर्ट ने सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक निर्माण कार्य में छूट दी है. शाम 6 बजे के बाद निर्माण कार्य करने पर जुर्माने की कार्रवाई उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड करता है.