नई दिल्ली/नोएडा: यमुना एक्सप्रेस वे पर आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं. इन सड़क हादसों में अब तक सैकड़ों लोगों की जान भी जा चुकी है. ज्यादातर एक्सीडेंट तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियम ना मानने के कारण हो रहे हैं. इसी को ध्यान में रखते एआरटीओ विभाग ने बड़ा एक्शन लिया है.
जानकारी के मुताबिक 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच एआरटीओ विभाग ने 600 से ज्यादा चालान किए है. जिसमें ओवर स्पीड और बिना हेलमेट के चालान काटे गए हैं. पिछले 15 दिन में एआरटीओ विभाग को तकरीबन 27 लाख 27 हजार रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई है.
स्पीड गवर्नर को लेकर भी विभाग मुस्तैदी दिखा रहा है ताकि हादसों की संख्या में गिरावट आ सके.
स्पीड गवर्नर किया गया अनिवार्य
एआरटीओ प्रशासन एके पांडे ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर लगातार विभाग की तरफ से अभियान चलाया जा रहा है. शासन की मंशा के अनुरूप सभी विभाग काम कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि स्पीड गवर्नर सभी कॉमर्शियल वाहनों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है. वहीं सरकारी रोडवेज बसों में भी इसे अनिवार्य किया गया और स्पीड निर्धारित कर दी गई है.
'नो हेलमेट- नो सीट बेल्ट पर नो एंट्री'
यमुना एक्सप्रेस वे पर बिना हेलमेट और बिना सीट बेल्ट के नो एंट्री कर दी गई है. नियमों को सख्ती से लागू करने के लिए यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉक्टर अरुण वीर सिंह ने गौतमबुद्ध नगर जिले से सटे सभी 6 जिलों के एसपी और एआरटीओ को पत्र लिखा है.