नई दिल्ली/ग्रे.नोएडा: ग्रेटर नोएडा के गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज हॉस्पिटल में एक महिला के परिजन कई दिनों से अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं. बता दें कि उन्हें मृतका की कोरोना जांच रिपोर्ट नहीं दी जा रही है, ना ही मृतका का शव सौंपा जा रहा है. इधर परिवार वालों को यह डर भी सता रहा है कि अगर मृतका कोरोना पॉजिटिव निकली तो परिजनों पर भी संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है.
कांस्टेबल के पद पर तैनात रामफल नोएडा के सेक्टर 128 सुल्तानपुर के निवासी हैं. 4 मई को उनकी पत्नी को उल्टी होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी तबीयत पहले से ही खराब चल रही थी. लक्षण मिलने पर मरीज को ग्रेटर नोएडा के कासना स्थित जिम्स अस्पताल रेफर कर दिया.
जहां पर उसका सैंपल लिया गया. इलाज के दौरान 6 मई को सुबह 10 बजे पीड़िता ने दम तोड़ दिया लेकिन अभी तक उसकी कोरोना की रिपोर्ट नहीं आ पाई है. बता दें कि मरने के कई दिन बाद भी मृतक की कोरोना जांच रिपोर्ट नहीं आई है.
घर वाले पिछले कई दिनों से जिम्स में चक्कर काट रहे हैं. रिपोर्ट नहीं आने की वजह से अस्पताल वाले परिजनों को शव भी नहीं दे रहे हैं. वहीं परिवार वालों को यह डर भी सता रहा है कि अगर मृतका कोरोना पॉजिटिव निकली तो परिजनों को भी संक्रमण का खतरा हो सकता है.
परिजनों का कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो हम लोग जांच कराकर इलाज करा सकेंगे. अगर रिपोर्ट निगेटिव आई है तो मृतका का शव परिजनों को दें, ताकि हम लोग अंतिम संस्कार कर सकें. स्वास्थ्य विभाग का कहना है रिपोर्ट के बारे में पता किया जा रहा है. रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही परिजनों को शव दे सकते हैं. अगर महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो विभाग की देखरेख में अंतिम संस्कार किया जाएगा.