नई दिल्ली/पलवल: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर को लॉकडाउन किया गया है. लॉकडाउन का असर अगर सबसे ज्यादा किसी पर पड़ रहा है तो वो प्रवासी मजदूर हैं. आधे प्रवासी मजदूर लॉकडाउन की वजह से फंस गए हैं तो वहीं आधे मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओर रुख कर चुके हैं.
हरियाणा से राजस्थान के लिए पैदल निकले प्रवासी मजदूरों में से एक मजदूर ने सड़क पर ही बच्ची को जन्म दिया. बता दें कि ये प्रवासी मजदूर पलवल में केएमपी एक्सप्रेस वे के रास्ते पैदल राजस्थान जा रहे थे. इस दौरान केएमपी पर ही तपती धूप में महिला ने बच्ची को जन्द दिया. जन्म देने वाली महिला और उसके साथी मजदूर रतीपुर गांव के खेतों में तपती धूप में रह रहे थे.
चार दिन बाद किसी ने फोन के जरिए समाजसेवी संस्था रोटरी क्लब को बच्ची के जन्म की जानकारी दी. जिसके बाद क्लब की टीम मौके पर पहुंची. टीम ने बच्ची को कपड़े, मां और दूसरे प्रवासी मजदूरों को खाना दिया, जिसके बाद बच्ची और मां को अस्पताल में चेकअप के लिए लेकर जाया गया.
जन्म देने वाली महिला की परिजन कमला देवी ने बताया कि वो पिछले 15 दिनों से पैदल चल रहे हैं. वो राजस्थान के रहने वाले हैं. कमला ने बताया कि उनकी किसी ने कोई मदद नहीं और कई दिनों से उन्होंने खाना भी नहीं खाया है. अब जाकर रोटरी क्लब ने उन्हें खाना दिया है.