नई दिल्ली/गुरुग्रामः लॉकडाउन के बीच फंसे प्रवासी लोगों को घर भेजने के लिए प्रशासन की ओर से पंजीकरण फार्म भरवाए जाने की अफवाह पर रविवार को खोह गांव में लोगों की भीड़ उमड़ गई. जिसके बाद खोह गांव समेत आसपास के गांव में रुके प्रवासी श्रमिक पंजीकरण के लिए स्कूल में पहुंच गए. पुलिस को इसकी सूचना मिली और पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए लोगों की भीड़ को खदेड़ा और भारी संख्या में लोग भागते हुए नजर आए.
इकट्ठा हुए हजारों मजदूर
गुरुग्राम के खोह गांव समेत आस-पास के गांव में हजारों की संख्या में यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों के श्रमिक लॉक डाउन की वजह से फंसे हुए हैं. वही फैक्ट्रियां बंद होने पर हजारों की संख्या में श्रमिक घर जाने की जुगत लगा रहे हैं. ऐसे में रविवार को किसी ने अफवाह फैला दी कि खोह स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में अपने-अपने राज्यों में जाने के लिए पंजीकरण फॉर्म भरे जा रहे हैं.
अनियंत्रित हुई भीड़
सूचना के बाद हजारों की संख्या में महिला- पुरुष श्रमिक स्कूल के अंदर पहुंच गए. इस दौरान भीड़ अनियंत्रित होती देख स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित कर दिया. सूचना के बाद जब आईएमटी मानेसर थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि वहां सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धड़ल्ले से धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जिसके बाद पुलिस ने पहले लोगों को समझाकर वापस भेजने की कोशिश की लेकिन जब लोग नहीं माने तो पुलिस ने उन्हें सख्ती दिखाते हुए खदेड़ा.