नई दिल्ली/नूंह: NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर 20 मिनट में एक बलात्कार होता है. महिलाओं के खिलाफ बढ़ता अपराध एक सामान्य प्रवृति हो चुका है. इस तरह के बढ़ते अपराध को रोकना पुलिस के सामने बड़ी चुनौती बना हुआ है. अगर बात नूंह की करें तो यहां साल 2018 में रेप के 66 और छेड़छाड़ के 89 मामले दर्ज हुए थे. साल 2019 में यहां रेप के 89 और छेड़छाड़ के 150 मामले दर्ज हुए. वहीं साल 2020 में रेप के रेप के 63 और छेड़छाड़ के 71 मामले दर्ज हुए हैं.
सुधीर तनेजा डीएसपी ने बताया कि बीते वर्षों में जिले में रेप के झूठे मुकदमे दर्ज कराए जाते थे. जिसकी वजह से रेप केस दर्ज केसों की संख्या अधिक थी, लेकिन इस बार मेवात पुलिस में एसपी नरेंद्र सिंह बिजारनिया के दिशा निर्देश पर जांच करने के बाद ही रेप के मुकदमों को दर्ज किया. जिससे रेप के मामलों में कमी देखी गई.
इसके अलावा अगर छेड़छाड़ के मुकदमों के मामलों को भी पूरी जांच परख के बाद रजिस्टर्ड किया जाता है. डीएसपी ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ अपराध को रोकना मेवात पुलिस की प्राथमिकता है. इसके लिए ममता खरब डीएसपी की अगुवाई में महिला पुलिस लगातार सतर्क रहती है. महिलाओं के खिलाफ अपराध को रोकने के लिए दुर्गा शक्ति की तैनाती जिले के कॉलेज इत्यादि के बाहर की जाती है.
डीएसपी सुधीर ने कहा कि मेवात जिले में पार्टी-बाजी के चक्कर में लोग एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए झूठे मुकदमे दर्ज करवाते थे, जो जांच के बाद झूठे पाए जाने पर या तो कैंसिल कर दिए जाते थे या फिर झूठी शिकायत देने वाली महिलाओं के खिलाफ 182 के मुकदमे दर्ज किए जाने लगे. जिसके बाद झूठी शिकायत करने से महिला व उसके परिजन कांपने लगे और उसी का नतीजा है कि हरियाणा के सबसे पिछड़े जिला मेवात में रेप तथा छेड़छाड़ की घटनाओं में कमी देखने को मिल रही है.
नूंह में महिलाओं के खिलाफ अपराध में आई गिरावट
अच्छी बात ये है कि हाल-फिलहाल में नूंह में रेप या छेड़छाड़ का कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया है. पुलिस की सतर्कता से इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगा है. महिलाओं ने भी इस तरह की घटनाओं में कमी आने पर मेवात पुलिस का आभार जताया है. समाजसेवी रमजान चौधरी एडवोकेट का कहना है कि रेप एवं छेड़छाड़ के मुकदमो में ही नहीं. जिले में बाकी अपराध के आंकड़ों में कमी आई है.
इसके अलावा मेवात विकास सभा एनजीओ ने चलो गांव की ओर अभियान चलाया. जिसके तहत लोगों को जागरूक किया गया. इस अभियान का असर भी अब देखने को मिल रहा है. सामिया जंग एवं सबीला खान नाम की महिलाओं ने कहा कि नूंह की पुलिस ने बेहतरीन काम कर रही है. इसके साथ महिलाओं ने प्रशासन से अपील भी की है कि वो इस सुरक्षा को थोड़ा और बढ़ा दें. ताकि महिलाएं और छात्राएं बिना किसी डर के बाहर घूम सकें.