नई दिल्ली/नूंह: कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. नूंह में भी लॉकडाउन के चलते लोग घरों मे ही है. नूंह के सारे बाजार खाली पड़े हैं. वहीं नूंह की सबसे बड़ी लकड़ी मंडी पुन्हाना में भी सन्नाटा पसरा हुआ है.
ये लकड़ी मंडी सिर्फ हरियाणा के नूंह जिले की ही सबसे बड़ी लकड़ी मंडी नहीं है, बल्कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान के आसपास के लगते जिलों में भी सबसे बड़ी लकड़ी मंडी है. इस लकड़ी मंडी में कई प्रकार के लकड़ी के सामान जैसे चारपाई के पायें, फट्टा, बॉक्स इत्यादि सामान बनते हैं.
साथ ही कुछ लकड़ी को ईंधन के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. इस लकड़ी मंडी में सैकड़ों आरा की मशीन हैं, जो बंद हैं. लोग अपने घरों के लिए रवाना हो चुके हैं. लकड़ी मंडी में रौनक पूरी तरह से गायब है. जो लोग यहां दूर-दराज इलाकों से लकड़ी लेकर आते थे वह भी यहां तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.
मजदूर या तो अपने घरों में कैद हैं या फिर दूरदराज अपने-अपने घरों के लिए रवाना हो चुके हैं. कुल मिलाकर लॉकडाउन का असर बाजारों-दुकानों पर ही नहीं बल्कि चारों तरफ देखने को मिल रहा है. मजदूरों के सामने लॉकडाउन के चलते रोजी रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है.