नई दिल्ली/नूंह: कोरोना महामारी के कारण स्कूल कॉलेज बंद चल रहे हैं. विद्यार्थी घरों में रहकर ही पढ़ाई कर रहे हैं. छात्र-छात्राएं शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों की समस्याओं के बारे में किसी से खुलकर बात नहीं कर पा रहे. ऐसे विद्यार्थियों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने परामर्शदाताओं की नियुक्ति की गई है.
जिला स्वास्थ्य विभाग ने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों के प्रश्नों का उत्तर देने के लिए कुछ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. विद्यार्थी 9050397439, 9050397467 पर फोन कर के अपनी परेशानियों को साझा कर सकते हैं. जिसके बाद एक्सपर्ट बच्चों की उन परेशानियों को बेहद संजीदगी के साथ आसान तरीके से सुलझाने में मदद करेंगे.
डॉ. आशीष सिंगला ने बताया कि जिले में 10-19 वर्ष की आयु के करीब अस्सी हजार छात्र छात्राएं हैं. लॉकडाउन में घर पर रहने की वजह से बच्चों में उदासी, चिड़चिड़ापन, निराशा, बेचैनी, चिंता जैसे आदत आने लगती है.
उन्होंने कहा कि बच्चों में ऐसे लक्षण दिखाई दे उनके अभिभावकों को तुरंत इस इस समस्या को विशेषज्ञों से साझा करना चाहिए. बच्चे या उनके अभिभावक सुबह 9 से शाम 3 बजे तक स्वास्थ्य परामर्शदाता को कॉल कर सकते हैं और अपनी समस्या साझा कर सकते हैं, ये पूरी बातचीत गोपनीय रखी जाएगी.