नई दिल्ली/गुरुग्राम: गुरुग्राम में प्रदूषण की चादर घनी होती जा रही है. एयर क्वालिटी इंडेक्स में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है, जिसको देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ग्रेप कमेटी का गठन किया है. यह कमेटी लगातार प्रदूषण बढ़ाने वाली गतिविधियों पर चालान कर रही है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मेहनत पर नगर निगम पानी फेरता नजर आ रहा है.
अस्पताल के सामने कचरे का ढेर
गुरुग्राम के अस्पताल के सामने डंपिंग ग्राउंड बना हुआ है. यह कचरे का ढेर सरकारी जमीन पर है. नगर निगम की लापरवाही इस अस्पतालों में आने वाले मरीजों के भुगतना पड़ता है. गुरुग्राम साइबर सिटी के नाम से विश्व में अपनी छाप छोड़ रहा है. लेकिन गुरुग्राम की ऊंची ऊंची इमारतों के बीच जगह-जगह कूड़े के ढेर नगर निगम की कमियों का उजागर करता है.
इलाज कराने आए मरीजों को होती है परेशानी
ये कचरे के ढेर लोगों को बीमार करने के लिए काफी है. स्थानीय लोगों का कहना था कि बीते 2 से 3 महीने से यह कूड़ा यहीं पर पड़ा हुआ है, इस अस्पताल में आने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
नगर निगम की लापरवाही की देन है ये कचरे का ढेर
बीते दिनों मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुग्राम में कूड़ा उठाने वाली कंपनी एकोग्रीन पर 25 लाख का जुर्माना लगाया था, लेकिन इस जुर्माने के बाद भी गुरुग्राम नगर निगम और इको ग्रीन कंपनी के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहा है.