नई दिल्ली/गुरुग्राम: कोरोना वायरस की वजह से गुरुग्राम पुलिस को हत्या की गुत्थी सुलझाने में मदद मिली है. पुलिस ने किन्नर मीनू हत्याकांड मामले में 3 आरोपियों को उनके घर से ही गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल लॉकडाउन के चलते ये तीनों आरोपी अपने ही घर में छिपे हुए थे.
कोर्ट में पेशी के दौरान मीनू की हत्या
दरअसल बीती 26 फरवरी को गुरुग्राम के लघु सचिवालय के सामने मीनू नाम की किन्नर जब कोर्ट में पेशी के लिए जा रही थी, उस दौरान एक स्कूटी पर आए तीन युवकों ने उसे गोली मार दी और मौके से फरार हो गए थे. गंभीर व्यवस्था में मिन्नू को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी. तब से ही गुरुग्राम पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी.
गुरुग्राम पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पुलिस पूछताछ में पता चला कि मुख्य आरोपी अतुल सोनी अपने दो अन्य साथियों रोहित चौहान और रामू शर्मा के साथ हरिद्वार चला गया था और वहां कई दिन तक अलग-अलग धर्मशाला में ये छिपे रहे लेकिन अब कोरोना वायरस फैलने के कारण उन्हें हरिद्वार छोड़ना पड़ा और वे वापस गुरुग्राम आ गए. यहां आकर नाहरपुर रूप स्थित घर में छिपकर रहने लगे.
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
एसीपी क्राइम प्रितपाल के मुताबिक शुक्रवार की देर रात पुलिस ने पुख्ता सूचना के आधार पर छापेमारी कर वहां से ही तीनों को काबू करने में सफलता हासिल की है. पुलिस रिमांड के दौरान मुख्य आरोपी अतुल सोनी ने अपना अपराध कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि किन्नर रजनी उसकी अच्छी दोस्त थी और साल 2018 में किन्नर रजनी की हत्या किन्नर मीनू ने करवाई थी.
रजनी की हत्या करने वाले आरोपी युवक जेल में है जबकि मीनू जेल से बाहर आ गई थी. ऐसे में रजनी की हत्या का बदला लेने के लिए उन्होंने मीनू को मारने की योजना बनाई थी. वहीं रेकी के बाद उन्होंने मीनू पर 26 फरवरी को हमला किया था. जिसके बाद 28 फरवरी को उसकी मौत हो गई. ऐसे में गुरुग्राम पुलिस सभी आरोपियों से गहनता से पूछताछ कर रही है.