नई दिल्ली/गुरुग्राम: कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच गुरुग्राम में एक अच्छी और राहत भरी खबर आई है. गुरुग्राम के मेदांता द मेडिसिटी अस्पताल में विदेशों से आए कोरोना वायरस के पुष्ट 14 मरीज जो उपचाराधीन थे. उनमें से 13 मरीज ठीक हो चुके हैं. उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है. गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉक्टर जेएस पुनिया के अनुसार ये केवल स्वास्थ्य विभाग गुरुग्राम तथा निजी अस्पतालों के एकजुट प्रयासों के चलते संभव हो पाया है.
दरअसल, बीती 4 तारीख को इटली से आए नागरिकों को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में केंद्र सरकार के आदेश पर भर्ती कराया गया था. जिसके बाद लगातार डॉक्टर की विशेष टीम की निगरानी में उनका इलाज चल रहा था. वहीं मेदांता में एक फ्लोर विशेष इन मरीजों के लिए रखा गया था. जहां किसी और मरीज या व्यक्ति को जाने की इजाजत नहीं थी. ऐसे में गुरुग्राम के लिए एक राहत की खबर ये सामने आई है कि 14 में से 13 मरीज का टेस्ट 2 बार नेगेटिव आने पर उनको डिस्चार्ज कर दिया गया है, लेकिन एक मरीज का इलाज अभी भी चल रहा है. क्योंकि ये सभी लोग कोरोना से पीड़ित थे.
सीएमओ गुरुग्राम जसवंत सिंह पुनिया ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की जांच और इस बारे में लोगों की भ्रांतियां दूर करने के लिए जिला गुरुग्राम को चार जोन में बांटा गया है. इन चार जोनों में स्वास्थ्य विभाग की आठ टीमें लगाई गई हैं. इन टीमों को उन स्थानों पर भेजा जाएगा, जहां पर लोगों को बाहर से आए व्यक्तियों के कोरोना संक्रमित होने का संदेह होगा.
ये टीम कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच करेगी और लोगों की भ्रांतियां दूर करने संबंधी फोन कॉल या सूचना प्राप्त होने पर जरूरत अनुसार सैंपल कलेक्ट करवाएंगी. यदि सैंपल कलेक्शन की जरूरत नहीं पड़ती तो संबंधित व्यक्ति को समझाया जाएगा कि वो होम क्वॉरेंटाइन रहे. वहीं डॉक्टर पूनिया ने कहा कि गांव तिगड़ा में घरों में काम करने वाली मेड का एक बहुत बड़ा क्लस्टर है. स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा उनकी लगातार स्क्रीनिंग की जा रही है. हमारा प्रयास है कि कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर आवश्यक कदम उठाए जाएं और लोगों को इस बारे में जागरूक किया जाए.