नई दिल्ली/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रेरणा ऐप को शिक्षकों के लिए लागू किया है. इसका शिक्षक संघ विरोध कर रहा है. गाजियाबाद के कलेक्ट्रेट पर सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा हुए शिक्षकों ने प्रेरणा ऐप का जोरदार विरोध किया.
शिक्षकों का कहना था कि सरकार इस ऐप के द्वारा शिक्षकों के अधिकारों का हनन कर रही है. शिक्षकों ने सरकार के फैसले को विरोध किया साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
शिक्षकों का कहना है कि सरकार चाहे इस ऐप को जारी भी कर दे, लेकिन कोई भी शिक्षक ऐसे ऐप का इस्तेमाल नहीं करेगा, शिक्षकों द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर का घेराव भी किया गया.
सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के आगे सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों ने इकट्ठा होकर उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के बैनर तले प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारी शरद बाजपेई ने बताया कि सरकार ने हमसे हमारी पुरानी पेंशन छीन ली. हमें मिलने वाले तमाम भत्ते समाप्त कर दिए गए.
प्रथमिक विद्यालय में ऐप के माध्यम से उपस्थिति की बात कही जा रही है यह वास्तविकता में बिल्कुल संभव नहीं है.
सरकार की शिक्षक विरोधी नीतियों के खिलाफ पूरे प्रदेश के शिक्षक उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन में संस्कृत, अरबी, फारसी, मदरसे और डिग्री कॉलेज के शिक्षक शामिल हैं, जो कि पूरे प्रदेश में जिला मुख्यालयों के आगे प्रदर्शन कर रहे हैं.
'चलता रहेगा प्रदर्शन'
प्रदर्शनकारी देवराज चौधरी ने कहा कि शिक्षकों का परिणाम ऐप के माध्यम से सूचना देने में समय व्यर्थ होगा. जिसका नुकसान स्कूल में पढ़ रहे छात्र छात्राओं को उठाना पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों की शिक्षा प्रभावित ना हो.
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है तब तक प्रदर्शन क्रमबद्ध चलता रहेगा.