नई दिल्ली/गाजियाबाद: अनलॉक शुरू हुए करीब दो महीने से अधिक हो चुके हैं, लेकिन अभी भी औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियां पटरी पर पूरी तरह से नहीं लौट पाई हैं. जहां एक तरफ जिम खोलने की अनुमति शासन ने दे दी है, वहीं दूसरी तरफ डांस एकेडमी अभी भी बंद हैं. करीब चार महीने से डांस अकादमी और जुम्बा क्लासेज बंद है.
लॉकडाउन के बाद से ही जुम्बा और डांस क्लासेज बंद
करीब चार महीने से जुंबा और डांस क्लासेस बंद होने के कारण संचालकों और वहां काम करने वाले सैकड़ों लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में संचालाकों और वहां काम करने वाले लोगों को क्या कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने राजनगर स्थित एक जुंबा और डांस एकेडमी के संचालक से बातचीत की.
संचालक नितिन शर्मा बीते 12 वर्षों से गाजियाबाद के राजनगर में डांस और जुम्बा क्लासेस की एकेडमी चला रहे हैं. कोरोना के चलते उनका काम पूरी तरह से ठप हो गया है. उन्होंने बताया कि कोरोना काल से पहले उनकी एकेडमी में करीब 12 लोग काम करते थे, लेकिन कोरोना वायरस के चलते एकेडमी बंद हो गई और अब केवल दो लोग काम कर रहे हैं, जो कि ऑनलाइन जुंबा और डांस की ट्रेनिंग देते हैं.
जुंबा और डांस क्लासेज को खोलने की मांग
उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते लोग मानसिक तनाव की समस्या से जूझ रहे हैं जबकि जुंबा और डांस ऐसे लोगों को मानसिक तनाव से मुक्ति देने में कारगर साबित हो सकता है. उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि जल्द जुंबा और डांस क्लासेज को खोलने की अनुमति दी जाए. जिससे कि इस व्यवसाय से जुड़े सैकड़ों लोगों का रोजगार पटरी पर वापस लौट सके.
उन्होंने कहा कि अगर जल्द सरकार जुंबा और डांस क्लासेस को चालू करने की अनुमति दे, तो हम इस बात का खासा ख्याल रखेंगे की ट्रेनिंग के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड-19 को लेकर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के जो प्रोटोकॉल हैं उसका पालन कराया जाए.