नई दिल्ली/गाजियाबाद: टिक टॉक बैन हुए करीब एक हफ्ता हो चुका है. ऐसे में टिक टॉक स्टार्स अपनी कला को प्रदर्शित करने के लिए किन सोशल मीडिया प्लेटफार्म और मोबाइल एप्स का सहारा ले रहे हैं साथ ही किस तरह से अब अपनी फैनबेस को दोबारा से बनाने में जुटे हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने टिक टॉक स्टार्स से बातचीत की.
टिक टॉक के मुकाबले यूट्यूब पर है काफी मेहनत
टिक टॉक स्टार पवन ने बताया कि वह करीब एक साल से टिक टॉक पर वीडियोज बना रहे थे. उन्होंने अपने अकाउंट पर 50 हजार फॉलोअर्स की फैन बेस एक साल में बनाकर खड़ी की. उन्होंने बताया कि टिक टॉक पर आसानी से वह 15 सेकंड की वीडियो बना लिया करते थे. टिक टोक बंद होने के बाद अब वो यूट्यूब पर वीडियो बना रहे हैं लेकिन यूट्यूब पर वीडियो बनाने में विभिन्न संसाधनों की आवयश्कता होती है. साथ ही टिक टॉक के मुकाबले यूट्यूब के लिए वीडियो बनाने में काफी मेहनत भी करनी पड़ती है. पवन ने सरकार से मांग की कि जल्द सरकार कोई ऐप लेकर आए जहां पर युवा पीढ़ी अपने टैलेंट को प्रदर्शित कर सके.
टिक टॉक वीडियो छोटे से कमरे में बन जाती थी
चंचल तोमर दो वर्षों से टिक टॉक पर अपना टैलेंट प्रदर्शित कर रही हैं. जहां उन्होंने दस हज़ार फॉलोअर्स की फैन बेस अपने टैलेंट के दम पर खड़ी की है. चंचल तोमर ने बताया की टिक टॉक बंद होने से छोटे आर्टिस्ट्स की जिंदगी पर असर पड़ा है. जो हमने मेहनत करके फैन बेस खड़े किए थे उसको अब दोबारा से बनाना एक बड़ी चुनौती है. उन्होंने बताया कि टिक टॉक वीडियो घर के कमरे में एक छोटा सा सेटअप बनाकर बन जाया करती थीं, लेकिन यूट्यूब की वीडियो बनाने के लिए मशक्कत ज्यादा करनी पड़ती है.
टिक टॉक पर वीडियो तुरंत बन जाती थी
टिक टॉक स्टार संदीप ठाकुर ने बताया कि करीब एक वर्ष मेहनत करके उन्होंने 12 हज़ार फॉलोअर्स की फैन बेस खड़े किए थे. अब टिक टॉक बंद होने के बाद उन्होंने यूट्यूब पर अपने टैलेंट को प्रदर्शित करना शुरू किया है. यूट्यूब पर कंटेंट बनाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है साथ ही 2 से 3 मिनट की यूट्यूब के लिए वीडियो बनानी पड़ती है जबकि टिक टॉक पर 15 सेकंड की वीडियो तुरंत बन जाती थी.