नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के मोदीनगर क्षेत्र के बखरवा गांव में हुए अग्निकांड ने पूरे उत्तर प्रदेश को हिला कर रख दिया है जिसमें अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है और 7 से अधिक गंभीर घायल लोग जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं.
पीड़ित परिवारों को सांत्वना देने के लिए आज आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद बखरवा गांव पहुंचे, जिन्होंने पीड़ित परिवार से मिलकर उनकी समस्याओं और मांगों के बारे में जाना. इसी को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने चंद्रशेखर आजाद से खास बातचीत की.
हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग
आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि बिना सत्ता और प्रशासन के संरक्षण के इस तरह के अवैध धंधे नहीं चल सकते हैं. उन्होंने अवैध धंधा चला रहे शख्स और उससे मिले हुए प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उनको जेल भेजने की मांग की है ताकि उनको पता चल सके जब किसी की मौत होती है तो कैसा दर्द होता है.
'दोषी से मिले हुए लोगों पर हो कार्रवाई'
चंद्रशेखर आजाद का कहना है कि पीड़ित परिवार को दिया जाने वाला 4-4 लाख रुपये के मुआवजे में भी खेल चल रहा है क्योंकि जिन परिवारों के साथ यह हादसा हुआ है वह 4 लाख रुपये से अपने परिवार का गुजारा नहीं कर पाएंगे, जिसका प्रशासन को जरा भी ख्याल नहीं है.
'पीड़ित परिवार को नहीं मिल रहा है मुआवजा'
इसके साथ ही उनका साफ आरोप है कि यहां पर जितने भी अवैध रूप से धंधे चल रहे हैं, वह प्रशासन के सहयोग से चल रहे हैं, इसीलिए वह चाहते हैं कि उन पर कार्यवाही हो, ताकि ऐसी घटना दोबारा ना हो सकें. उन्होंने बताया कि जो घायल लोग अस्पताल में भर्ती हैं, प्रशासन ने कहा था कि वह उनका इलाज करवाएंगे लेकिन पीड़ित खुद अपने पैसों से इलाज करा रहे हैं, जिसको लेकर भी खेल हो रहा है. उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
उनकी सरकार होती तो देते एक करोड़ रुपये
चंद्रशेखर आजाद का यह भी कहना है कि अगर उनकी सरकार होती तो पीड़ित परिवारों को इतनी पीड़ा ना सहनी पड़ती उनको अब तक 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी की घोषणा हो चुकी होती, इसके साथ ही उनका कहना है कि अगर सरकार पीड़ित परिवारों की मांगों को नहीं मानती है तो वह आंदोलन करेंगे.