नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद जिला में कुछ पेरेंटस का आरोप है कि प्राइवेट स्कूलों की तरफ से मैसेज भेजकर लॉकडाउन के दौरान अभी से फीस देने के लिए बाध्य किया जा रहा है. आरोप यह भी है कि लॉकडाउन के दौरान कुछ स्कूलों की ओर से ट्रांसपोर्ट फीस भी मांगी जा रही है.
बता दें कि डीएम गाजियाबाद ने आदेश दिया था कि कोई भी प्राइवेट स्कूल बच्चों के अभिभावकों को लॉकडाउन के दौरान की फीस तुरंत देने के लिए बाध्य नहीं करेगा. इसके अलावा स्कूलों की तरफ से ट्रांसपोर्ट फीस नहीं मांगी जाएगी. ऐसे में जिला विद्यालय निरीक्षक ने इस विषय में एक बार फिर आदेश बताते हुए स्कूलों को चेताया है. माना जा रहा है कि स्कूलों ने अगर मनमानी की तो उन पर कार्रवाई हो सकती है.
एक क्वार्टर की फीस माफ करने की मांग
पेरेंट्स एसोसिएशन के लोग यह भी कह रहे हैं कि भले ही इस समय फीस के लिए बाध्य ना भी किया जाए, लेकिन एक साथ दो क्वार्टर की फीस लॉकडाउन के बाद देना भी आसान नहीं होगा. इस समय ज्यादातर बिजनेस क्लास और नौकरी पेशा लोगों की मुश्किलें बढ़ रही हैं. इसलिए सरकार को अपने आदेश पर भी सोचना चाहिए और साथ ही ट्रांसपोर्ट फीस मांगने वाले स्कूलों पर भी शिकंजा कसा जाना चाहिए.
सोशल मीडिया पर लगातार शिकायत
पेरेंट्स एसोसिएशन के लोग सोशल मीडिया पर लगातार शिकायत कर रहे हैं. आला अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को ट्वीट किया जा रहा है. प्राइवेट स्कूलों की फीस को लेकर पहले से ही घमासान चला आ रहा था. लॉकडाउन के दौरान स्कूल अपनी जगह कायम है तो वहीं पेरेंट्स एसोसिएशन के लोग नहीं चाहते हैं कि लॉकडाउन के दौरान की फीस दी जाए. बहरहाल, लगातार आ रही शिकायतों के बाद ही जिला विद्यालय निरीक्षक ने स्कूलों को चेताया है.