नई दिल्ली/ गाजियाबाद: आज से करीब 2000 साल पहले फिलिस्तीन देश के वेहतलहम नगर में प्रभु यीशु का जन्म हुआ था. जब दुनिया में पाप बढ़ गया. बुराईयां बढ़ गई तो ईश्वर खुद इंसान बन गए. प्रभु ईशु का जन्म एक गोशाला में जानवरों के मध्य हुआ था. प्रभु ईशु के जन्मदिवस की खुशी में हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस दिवस के रूप में मनाया जाता है.
क्रिसमस ईव(christmas eve) पर गाज़ियाबाद के सेक्रेड हार्ट चर्च में काफी रौनक देखने को मिली. क्रिसमस को लेकर सेक्रेड हार्ट चर्च (sacred heart church) में तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. चर्च को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है. चर्च में गोशाला बनाई गई हैं. चर्च में सितारे लगाए गए हैं. क्रिसमस ट्री सजाए गए हैं. क्रिसमस ईव पर लोग चर्च में पहुंचकर मोमबत्तियां जला रहे है और प्रार्थना कर रहे हैं.
प्रभु ईशु मसीह एक महान व्यक्ति थे. उन्होंने सभी को सच्चाई के मार्ग पर चलने की सीख दी. कहा जाता है कि वह भगवान के पुत्र थे. जिन्होंने सच्चाई का मार्ग चुना लेकिन उस समय के शासकों को उनकी यह बात पसंद नहीं आई और उन्होंने यीशु मसीह को मार डाला. लेकिन, लोगों का विश्वास है कि वह फिर से उसी दिन जीवित हुए थे.
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