नई दिल्ली: लाॅकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर अपने शहर अपने आशियाने तक पहुंचने के लिए पैदल ही सड़कों पर लंबा सफर तय कर रहे हैं. इस दौरान देखा जा रहा है कि काफी मजदूर बिना जूते चप्पल के तपती सड़क पर पैदल जा रहे हैं. इसी को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सेवा भारती के लोग गाजियाबाद के मुरादनगर में प्रवासी मजदूरों को जूते चप्पल वितरित करके उनकी सेवा कर रहे हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों से की खास बातचीत
कर रहे हैं जरूरतमंदों की मदद
ईटीवी भारत को राष्ट्रीय सेवा संघ के महानगर सेवा प्रमुख जितेंद्र सिंह ने बताया कि वो सड़क पर पैदल जा रहे हैं प्रवासी मजदूरों को खाना, बिस्किट, नमकीन, पानी आदि चीजें देकर उनकी मदद कर रहे हैं. इसके साथ ही वह आश्रय स्थल में भी जाकर गरीब मजदूर लोगों की मदद कर रहे हैं. साथ ही उनका कहना है कि वो पीपीई किट पहनकर अपनी और दूसरों की भी सुरक्षा कर रहे हैं.
सड़कों पर जा रहे हैं मजदूरों को देते हैं जूते चप्पल
वहीं राष्ट्रीय सेवा संघ के महानगर सह कार्यवाह जितेंद्र कुमार ने बताया कि जो भी श्रमिक सड़क पर पैदल सफर कर रहे हैं. वो उनको सभी प्रकार की सुविधा मुहैया करा रहे हैं. चाहे वो खाना-पीना हो या फिर चलते चलते उनकी चप्पल टूट गई हो तो वो है उनको चप्पल भी मुहैया करा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लाॅकडाउन के पहले दिन से लगातार गरीब मजदूर लोगों को अलग-अलग तरीके से मदद कर रहा है.
आश्रय स्थल में भी जाकर करते हैं मदद
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सदस्य वर्तिका ने बताया कि जब से लाॅकडाउन हुआ है. वो गरीब लोगों के बीच जाकर खाना वितरित करते थे, और अब जब श्रमिक सड़क पर आए हैं, तो वो उनके लिए रोजाना खाना, पानी, बिस्किट और जूते चप्पल देकर उनकी मदद करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव के आदेश के बाद सड़कों पर श्रमिकों की भीड़ कम हो गई है. इसलिए वो अब आश्रय स्थलों में जाकर गरीब मजदूर लोगों की मदद कर रहे हैं.