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अब कुत्ता पालने के लिए कराना होगा 5 हज़ार का रजिस्ट्रेशन

गाजियाबद में पेट्स लवर को कुत्ता पालना महंगा पड़ सकता है. निगम ने कुत्ता पालने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है. साथ ही रजिस्ट्रेशन फीस 50 रू. से बढ़ाकर 5000 रू. कर दिया है.

पेट डॉग etv bharat
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Published : Sep 15, 2019, 7:22 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में अब लोगों को कुत्ता पालना महंगा पड़ सकता है. यहां कुत्ता पालने के लिए अब आपको नगर निगम से अनिवार्य रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा. साथ ही रजिस्ट्रेशन की फीस को 100 गुना बढ़ा कर 50 रू. से 5000 हजार रुपये किया गया है.

कुत्ता पालने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

नगर निगम की बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव पास किया गया है. बता दें कि यह कदम गाजियाबाद नगर निगम में बढ़ती शिकायतों को लेकर उठाया गया है.

लोग लगातार कर रहे थे शिकायत
अक्सर लोगों की शिकायतें आती थी कि उनके घरों के सामने पालतू व गली के कुत्ते गंदगी फैलाते हैं. सार्वजनिक पार्क में भी कुत्तों द्वारा गन्दगी की शिकायतें मिल रही थीं. अब नगर निगम ने कुत्तों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करते हुऐ फीस 5000 हजार रुपये कर दी है.

शहर को साफ और स्वच्छ रखने के साथ ही साथ नगर निगम यह आंकड़ा भी रखना चाहती है कि किस एरिया में कितने कुत्ते हैं और उन को समय से रेबीज के इंजेक्शन लग रहे हैं या नहीं.

5000 रूपए का सालाना लाइसेंस
वहीं दूसरी तरफ इस नए नियम को लेकर लोगों मे नाराजगी भी दिखाई दे रही है. गाजियाबाद में पेट्स लवर और पालतू कुत्तों को पालने वाले लोगों मे नाराजगी भी नजर आ रही है. डॉग्स पालने वालों का कहना है कि कुत्ते उनकी सुरक्षा करते हैं.

वहीं लोगो का यह भी कहना है कि कम मासिक आमदनी वाले लोगों को निगम का यह फैसला मुश्किल में डाल देगा क्योंकि 10 हजार रूपये मासिक इनकम वाला शख्स 5000 हजार रुपये का सालाना लाइसेंस कैसे ले सकता है. शहर के डॉग और पेट्स लवर का कहना है कि जो लोग कुत्तों को पालते हैं वे उनको सड़क पर छोड़ने में मजबूर हो जायेगें.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में अब लोगों को कुत्ता पालना महंगा पड़ सकता है. यहां कुत्ता पालने के लिए अब आपको नगर निगम से अनिवार्य रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा. साथ ही रजिस्ट्रेशन की फीस को 100 गुना बढ़ा कर 50 रू. से 5000 हजार रुपये किया गया है.

कुत्ता पालने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

नगर निगम की बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव पास किया गया है. बता दें कि यह कदम गाजियाबाद नगर निगम में बढ़ती शिकायतों को लेकर उठाया गया है.

लोग लगातार कर रहे थे शिकायत
अक्सर लोगों की शिकायतें आती थी कि उनके घरों के सामने पालतू व गली के कुत्ते गंदगी फैलाते हैं. सार्वजनिक पार्क में भी कुत्तों द्वारा गन्दगी की शिकायतें मिल रही थीं. अब नगर निगम ने कुत्तों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करते हुऐ फीस 5000 हजार रुपये कर दी है.

शहर को साफ और स्वच्छ रखने के साथ ही साथ नगर निगम यह आंकड़ा भी रखना चाहती है कि किस एरिया में कितने कुत्ते हैं और उन को समय से रेबीज के इंजेक्शन लग रहे हैं या नहीं.

5000 रूपए का सालाना लाइसेंस
वहीं दूसरी तरफ इस नए नियम को लेकर लोगों मे नाराजगी भी दिखाई दे रही है. गाजियाबाद में पेट्स लवर और पालतू कुत्तों को पालने वाले लोगों मे नाराजगी भी नजर आ रही है. डॉग्स पालने वालों का कहना है कि कुत्ते उनकी सुरक्षा करते हैं.

वहीं लोगो का यह भी कहना है कि कम मासिक आमदनी वाले लोगों को निगम का यह फैसला मुश्किल में डाल देगा क्योंकि 10 हजार रूपये मासिक इनकम वाला शख्स 5000 हजार रुपये का सालाना लाइसेंस कैसे ले सकता है. शहर के डॉग और पेट्स लवर का कहना है कि जो लोग कुत्तों को पालते हैं वे उनको सड़क पर छोड़ने में मजबूर हो जायेगें.

Intro:गाजियाबाद में कुत्ता पालना अब लोगों के लिए आसान नहीं होगा। क्योंकि गाजियाबाद में कुत्ता पालने के लिए नगर निगम ने रजिस्ट्रेशन करा लाइसेंस लेना अनिवार्य कर दिया है। साथ ही रजिस्ट्रेशन की फीस को 100 गुना बढ़ा कर 50 रू. से 5000 हजार रुपये किया गया है।

नगर निगम की बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव पास कर दिया गया है। आपको बता दें कि यह कदम गाजियाबाद नगर निगम में बढ़ती शिकायतें को लेकर उठाया है। अक्सर लोगों की शिकायत आती थी कि लोगों की शिकायते थीं कि उनके घरों के सामने पालतू व गली के कुत्ते गंदगी फैलाते हैं। सार्वजनिक पार्क में भी कुत्तों द्वारा गन्दगी की शिकायतें मिल रही थीं।

अब नगर निगम ने कुत्तो का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करते हुऐ फीस 5000 हजार रुपये कर दी है। शहर को साफ और स्वच्छ रखने के साथ ही साथ नगर निगम यह आंकड़ा भी रखना चाहता है कि किस एरिया में कितने कुत्ते हैं और उन को समय से रेबीज के इंजेक्शन लगे या नहीं।

बाईट - आशा शर्मा / मेयर गाजियाबाद (पीली साड़ी में)

वहीं दूसरी तरफ इस नए नियम को लेकर लोगो मे नाराजगी भी दिखाई दे रही हैं। गाजियाबाद में पेट्स लवर और पालतू कुत्तो को पालने वाले लोगो मे नाराजगी भी नजर आ रही है। डॉग्स को पालने वालो का कहना है कि कुत्ते उनकी सुरक्षा करते हैं। वही लोगो का यह भी कहना है कि कम मासिक आमदनी वाले लोगो को निगम का यह फैसला मुश्किल में डाल देगा। क्योकि 10 हजार रूपये मासिक इनकम वाला शख्स 5000 हजार रुपये का सालाना लाइसेंस कैसे ले सकता है।

वहीं शहर के डॉग और पेंट्स लवर का कहना है कि इस तरीके से जो लोग कुत्तों को पालते हैं उनको सड़को पर छोड़ने पर मजबूर हो जायेगे। क्योंकि पहले ही कुत्तो का रखरखाव और खाने पीने में खर्च करना होगा। लोगो के अनुसार यह नियम लोगो की परेशानी को बढ़ा देगा।

बाईट - यामनी शर्मा / पेट्स लवर

बाईट - गुरप्रीत कौर / पेट्स लवर Body:गाजियाबाद में कुत्ता पालना अब लोगों के लिए आसान नहीं होगा। क्योंकि गाजियाबाद में कुत्ता पालने के लिए नगर निगम ने रजिस्ट्रेशन करा लाइसेंस लेना अनिवार्य कर दिया है। साथ ही रजिस्ट्रेशन की फीस को 100 गुना बढ़ा कर 50 रू. से 5000 हजार रुपये किया गया है।

नगर निगम की बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव पास कर दिया गया है। आपको बता दें कि यह कदम गाजियाबाद नगर निगम में बढ़ती शिकायतें को लेकर उठाया है। अक्सर लोगों की शिकायत आती थी कि लोगों की शिकायते थीं कि उनके घरों के सामने पालतू व गली के कुत्ते गंदगी फैलाते हैं। सार्वजनिक पार्क में भी कुत्तों द्वारा गन्दगी की शिकायतें मिल रही थीं।

अब नगर निगम ने कुत्तो का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करते हुऐ फीस 5000 हजार रुपये कर दी है। शहर को साफ और स्वच्छ रखने के साथ ही साथ नगर निगम यह आंकड़ा भी रखना चाहता है कि किस एरिया में कितने कुत्ते हैं और उन को समय से रेबीज के इंजेक्शन लगे या नहीं।

बाईट - आशा शर्मा / मेयर गाजियाबाद (पीली साड़ी में)

वहीं दूसरी तरफ इस नए नियम को लेकर लोगो मे नाराजगी भी दिखाई दे रही हैं। गाजियाबाद में पेट्स लवर और पालतू कुत्तो को पालने वाले लोगो मे नाराजगी भी नजर आ रही है। डॉग्स को पालने वालो का कहना है कि कुत्ते उनकी सुरक्षा करते हैं। वही लोगो का यह भी कहना है कि कम मासिक आमदनी वाले लोगो को निगम का यह फैसला मुश्किल में डाल देगा। क्योकि 10 हजार रूपये मासिक इनकम वाला शख्स 5000 हजार रुपये का सालाना लाइसेंस कैसे ले सकता है।

वहीं शहर के डॉग और पेंट्स लवर का कहना है कि इस तरीके से जो लोग कुत्तों को पालते हैं उनको सड़को पर छोड़ने पर मजबूर हो जायेगे। क्योंकि पहले ही कुत्तो का रखरखाव और खाने पीने में खर्च करना होगा। लोगो के अनुसार यह नियम लोगो की परेशानी को बढ़ा देगा।

बाईट - यामनी शर्मा / पेट्स लवर

बाईट - गुरप्रीत कौर / पेट्स लवर Conclusion:गाजियाबाद में कुत्ता पालना अब लोगों के लिए आसान नहीं होगा। क्योंकि गाजियाबाद में कुत्ता पालने के लिए नगर निगम ने रजिस्ट्रेशन करा लाइसेंस लेना अनिवार्य कर दिया है। साथ ही रजिस्ट्रेशन की फीस को 100 गुना बढ़ा कर 50 रू. से 5000 हजार रुपये किया गया है।

नगर निगम की बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव पास कर दिया गया है। आपको बता दें कि यह कदम गाजियाबाद नगर निगम में बढ़ती शिकायतें को लेकर उठाया है। अक्सर लोगों की शिकायत आती थी कि लोगों की शिकायते थीं कि उनके घरों के सामने पालतू व गली के कुत्ते गंदगी फैलाते हैं। सार्वजनिक पार्क में भी कुत्तों द्वारा गन्दगी की शिकायतें मिल रही थीं।

अब नगर निगम ने कुत्तो का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करते हुऐ फीस 5000 हजार रुपये कर दी है। शहर को साफ और स्वच्छ रखने के साथ ही साथ नगर निगम यह आंकड़ा भी रखना चाहता है कि किस एरिया में कितने कुत्ते हैं और उन को समय से रेबीज के इंजेक्शन लगे या नहीं।

बाईट - आशा शर्मा / मेयर गाजियाबाद (पीली साड़ी में)

वहीं दूसरी तरफ इस नए नियम को लेकर लोगो मे नाराजगी भी दिखाई दे रही हैं। गाजियाबाद में पेट्स लवर और पालतू कुत्तो को पालने वाले लोगो मे नाराजगी भी नजर आ रही है। डॉग्स को पालने वालो का कहना है कि कुत्ते उनकी सुरक्षा करते हैं। वही लोगो का यह भी कहना है कि कम मासिक आमदनी वाले लोगो को निगम का यह फैसला मुश्किल में डाल देगा। क्योकि 10 हजार रूपये मासिक इनकम वाला शख्स 5000 हजार रुपये का सालाना लाइसेंस कैसे ले सकता है।

वहीं शहर के डॉग और पेंट्स लवर का कहना है कि इस तरीके से जो लोग कुत्तों को पालते हैं उनको सड़को पर छोड़ने पर मजबूर हो जायेगे। क्योंकि पहले ही कुत्तो का रखरखाव और खाने पीने में खर्च करना होगा। लोगो के अनुसार यह नियम लोगो की परेशानी को बढ़ा देगा।

बाईट - यामनी शर्मा / पेट्स लवर

बाईट - गुरप्रीत कौर / पेट्स लवर
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