नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में अपराधियों का खात्मा करने के लिए पुलिस इन दिनों ऑपरेशन क्रैकडाउन चला रही है. इस ऑपरेशन के तहत गाजियाबाद में लगातार इनकाउंटर किए जा रहे हैं. लेकिन एनकाउंटर में घायल हुए अपराधियों के परिजन इन एनकाउंटरों पर सवाल उठा रहे हैं.
न्यायिक जांच के आदेश हुए जारी
विजय नगर पुलिस ने 27 जून को एक एनकाउंटर किया था. उस एनकाउंटर पर मजिस्ट्रेट ने न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं.
उठते रहे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल
एनकाउंटर में घायल आमिर के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि आमिर का जबरदस्ती इनकाउंटर किया गया है. जबकि आमिर खुद को पुलिस के सामने सरेंडर करने वाला था. इसके लिए वह कोर्ट में भी गया था. लेकिन किसी वजह से वो सरेंडर नहीं कर पाया. शाम को आमिर घर लौट रहा था. उसी समय स्कॉर्पियो गाड़ी पर सवार पुलिस वाले उसे उठा ले गए और उसका एनकाउंटर कर दिया.
थाना प्रभारी पर भी दर्ज हुआ मुकदमा
27 जून का एनकाउंटर मामला कोर्ट में पहुंचा. फिर कोर्ट के आदेश पर विजय नगर थाना प्रभारी समेत 5 पुलिसकर्मियों पर अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
कम वक्त में लगाई एनकाउंटर की झड़ी
गाजियाबाद पुलिस पर सवाल उठने के बावजूद वो लगातार इलाके में एनकाउंटर को अंजाम दिए जा रही है. पिछले 1 महीने के दौरान गाजियाबाद के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पुलिस ने 36 एनकाउंटरों को अंजाम दिया है.