नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर के प्रदूषण स्तर में सोमवार को इजाफा देखने को मिला है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index) 160, गाज़ियाबाद का 161, नोएडा का 142 और ग्रेटर नोएडा का 147 AQI दर्ज किया गया है.
वहीं दिल्ली के आनंद विहार इलाके का प्रदूषण स्तर 376 दर्ज किया गया है, जो कि रेड जोन (Red Zone) में है. फिलहाल दिल्ली एनसीआर का प्रदूषण स्तर मध्यम श्रेणी में है, जबकि 100 से नीचे AQI को संतोषजनक और 50 से नीचे अच्छी श्रेणी में माना जाता है.
आमतौर पर दिल्ली एनसीआर में अक्टूबर के पहले हफ्ते से प्रदूषण स्तर में इजाफा देखने को मिलता था. लेकिन इस साल सितंबर में ही प्रदूषण स्तर में इज़ाफ़ा होता दिखाई दे रहा है. बात अगर पिछले वर्षों की करें, तो अक्टूबर के बाद दिल्ली एनसीआर गैस चैंबर में तब्दील होना शुरू हो जाता है. देखने वाली बात यह होगी कि आने वाले समय में प्रदूषण का कहर बढ़ता है या फिर समय रहते सरकारी तंत्र द्वारा कोई ठोस कदम उठाकर प्रदूषण पर लगाम लगाई जाती है या नहीं.
दिल्ली एनसीआर के प्रमुख इलाकों का प्रदूषण स्तर-
दिल्ली/गाजियाबाद के इलाके | प्रदूषण स्तर (AQI) |
आईटीओ, दिल्ली | 193 |
NSIT द्वारका, दिल्ली | 187 |
लोनी, गाज़ियाबाद | 214 |
इंदिरापुरम, गाज़ियाबाद | 159 |
सेक्टर 116, नोएडा | 173 |
एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index) जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index) को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.
विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
प्रदूषण बढ़ने पर बरतें ये सावधानियां-
- बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें.
- घर से मास्क लगाकर ही बाहर निकलें.
- दमे के रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.
- दमे के रोगी दवा का नियमित सेवन करें.
- शाम को गर्म पानी का भाप लें.
- गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.
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