नई दिल्ली/गाजियाबाद: शादी एक विश्वास का बंधन है, लेकिन वो बंधन पहले ही टूट जाए तो फिर वो शादी कैसी? ये सवाल इसलिए क्योंकि गाजियाबाद के मुरादनगर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां शादी किसी और लड़के से तय हुई और लड़की के मांग में सिंदूर किसी और लड़के ने भरा. अब करीब सात महीने बाद मामला थाने जा पहुंचा है.
अब ये शादी पुलिस की जांच-पड़ताल का विषय बनी हुई है. इस संबंध में सिहानी गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिसमें मुरादनगर की रहने वाली पीड़िता का आरोप है कि जिस लड़के से उसकी शादी तय की गई थी,उस लड़के की बजाय,उसके बड़े भाई को मंडप में बैठा दिया गया. आरोप है कि धोखे से हुई इस शादी के बाद भी ससुराल वालों का अत्याचार जारी रहा.
शादी के सात महीने बाद दर्ज कराया मुकदमा
पीड़िता ने शादी के सात महीने बाद अब कोर्ट के माध्यम से मुकदमा दर्ज कराया है. पीड़िता ने अपने बयान में कहा है कि ससुराल में उसके देवर और जेठ ने उसके साथ रेप करने की भी कोशिश की. हैरानी की बात ये है कि पीड़िता के मुताबिक सास और पति की रजामंदी से ये सब कुछ हो रहा था.
कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
पीड़िता का आरोप है कि साल 2020 में शादी के बाद से करीब 7 महीने तक सब कुछ सहती रही, लेकिन खुद की सुरक्षा भी करती रही. लॉकडाउन में वो अपनी आपबीती नहीं बता पाई. अंत में उसने थाने में मुकदमा दर्ज करवाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. अब कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
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मामले की जांच में जुटी पुलिस
पीड़िता ने ये भी आरोप लगाया है कि दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर उसके साथ ही अत्याचार किया जाता था. यही नहीं,जिस लड़के से धोखा देकर पीड़िता की शादी करवाई गई,उसकी कहीं और शादी नहीं हो पा रही थी. इसलिए पीड़िता को धोखा दिया गया. रेप की कोशिश समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अब पुलिस जांच में जुटी है.