नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना काल में लालची शातिर तरह के लोगों से सावधान रहने की जरूरत है. यह उन लोगों को शिकार बना रहे हैं, जिनका कोई परिजन जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है. गाजियाबाद में 15 दिन के भीतर दूसरा ऐसा मामला सामने आया है, जिसने इंसानियत को भी शर्मसार कर दिया है.
पकड़े गए सतीश का खुलासा
26 साल के सतीश को गाजियाबाद में शहर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सतीश और इसके साथी गाजियाबाद के नामी अस्पतालों के बाहर खड़े रहते होकर ऐसे मरीज के परिजनों को चिन्हित करते थे, जिन्हें मरीज के लिए अस्पताल में बेड की जरूरत होती थी. पुलिस के मुताबिक ये गैंग मरीज के तीमारदारों से नामी अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड या वेंटिलेटर दिलवाने के नाम पर रुपये ठग लिया करता था. मरीज के परिजनों को आरोपियों द्वारा झांसा दिया जाता था कि वे नामी अस्पताल के डॉक्टर हैं.
ये भी पढ़ेंःऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की कीमत तय करने की प्रक्रिया शुरू
मरीज को अस्पताल में एडमिट कराने के नाम पर एडवांस के रूप में बैंक में रकम ट्रांसफर करवा दी जाती थी और इसके बाद आरोपी फरार हो जाते थे. सतीश के कुछ साथी पहले ही पकड़े जा चुके है. आज पुलिस ने सतीश को भी गिरफ्तार कर लिया है.
जिंदगी के लिए तड़प रहे इंसान पर दया नहीं
जाहिर है ऐसे आरोपियों को देखकर साफ है कि कैसे इंसानियत के दुश्मन थोड़े से लालच के लिए उस मरीज के परिजनों को भी शिकार बनाने से नहीं चूक रहे हैं, जो जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई लड़ रहा है. ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है.
यह भी पढ़ें:- कांग्रेस नेताओं को स्पेशल सेल ने भेजा नोटिस, संबित पात्रा से भी होगी पूछताछ
15 दिन में गाजियाबाद में ऐसा दूसरा मामला सामने आने के बाद पुलिस ने भी कहा है कि ऐसे ठगों से सावधान रहने की जरूरत है. यह आरोपी अस्पतालों के बाहर कहीं भी हो सकते हैं और लोगों पर इनकी नजर है. हालांकि लगातार गिरफ्तारियां होने से यह भी साफ है कि पुलिस ऐसे मामलों में काफी ज्यादा सतर्कता बरत रही है. लोगों को ठगों के जाल से बाहर निकालने का पूरा प्रयास कर रही है.
ये भी पढ़ेंः कोरोना वायरस से बचायेगा सैंडविच मास्क, जानिए बनाने का घरेलू तरीका