नई दिल्ली/गाजियाबाद : शनिवार को कुणाल फार्म हाउस में महारण प्रताप की जयंती सनातन धर्म के अनुसार यज्ञ और हवन कर मनाई गई. इस दौरान विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने दीप प्रज्वलित कर महाराणा प्रताप की वीरता और अदम्य साहस को पुष्प अर्पित कर नमन किया. वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ, हवन और विधायक रसोई से खीर और हलवा-पूरी का वितरण भी महाराणा की जयंती पर किया गया.
'महाराणा ने दिखाया स्वाभिमान का रास्ता'
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने महाराणा प्रताप के गौरवशाली व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत के गौरवशाली इतिहास में महाराणा प्रताप की भूमिका अग्रिम पंक्ति में है. उन्होंने पूरे समाज को अन्याय व अत्याचार के खिलाफ स्वाभिमान से जीने के लिए सदैव संघर्ष का रास्ता दिखाया है.
'एकजुटता से कार्य करने की जरूरत'
उन्होंने कहा महाराणा प्रताप ने स्वयं घास की रोटी खाना स्वीकार किया, लेकिन मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की. देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाली ऐसी महान विभूति के जन्मदिन पर युवाओं को देश व समाज के सर्वांगीण विकास के लिए एकजुटता के साथ कार्य करने की आवश्यकता है. महाराण प्रताप ने जिन आदर्शों की स्थापना की उससे आज के छात्रों और युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए उसे जीवन में धारण करना चाहिए.
'धूमधाम से जयंती मनाने की थी तैयारी'
विधायक प्रतिनिधि पंडित ललित शर्मा ने बताया कि पूरे देश में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन है. ऐसे में सभी बडे़ आयोजनों पर रोक लगाई जा चुकी है. वीर शिरोमणि का जन्मदिवस बड़े ही धूम-धाम से मनाने की तैयारी विधायक और हमने की थी, क्योंकि वर्तमान पीढ़ी को महाराणा प्रताप जैसे राष्ट्रनायकों के विराट व्यक्तित्व से अवगत कराना बहुत जरूरी है.